"गरुड़ पुराण": अवतरणों में अंतर
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'''गरूड़ पुराण''' [[वैष्णव सम्प्रदाय]] से सम्बन्धित है और [[सनातन धर्म]] में [[मृत्यु]] के बाद सद्गति प्रदान करने वाला माना जाता है। इसलिये सनातन हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण के श्रवण का प्रावधान है। इस
अठारह पुराणों में गरुड़महापुराण का अपना एक विशेष महत्व है। इसके अधिष्ठातृदेव भगवान विष्णु है। अतः यह वैष्णव पुराण है। गरूड़ पुराण में [[विष्णु]]-भक्ति का विस्तार से वर्णन है। भगवान विष्णु के चौबीस अवतारों का वर्णन ठीक उसी प्रकार यहां प्राप्त होता है, जिस प्रकार '[[श्रीमद्भागवत]]' में उपलब्ध होता है। आरम्भ में [[मनु]] से सृष्टि की उत्पत्ति, [[ध्रुव]] चरित्र और बारह [[आदित्य|आदित्यों]] की कथा प्राप्त होती है। उसके उपरान्त सूर्य और चन्द्र ग्रहों के मंत्र, शिव-पार्वती मंत्र, इन्द्र से सम्बन्धित मंत्र, सरस्वती के मंत्र और नौ शक्तियों के विषय में विस्तार से बताया गया है। इसके अतिरिक्त इस पुराण में श्राद्ध-तर्पण, मुक्ति के उपायों तथा जीव की गति का विस्तृत वर्णन मिलता है।
== विस्तार ==
'गरूड़ पुराण' में उन्नीस हजार श्लोक कहे जाते हैं, किन्तु वर्तमान समय में कुल सात हजार श्लोक ही उपलब्ध हैं। इस पुराण को दो भागों में रखकर देखना चाहिए। पहले भाग में विष्णु भक्ति और उपासना की विधियों का उल्लेख है तथा मृत्यु के उपरान्त
== कथा एवं वर्ण्य विषय ==
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== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://shivyoga.net/garuda/ गरुड़ पुराण] 528 पेजों में सम्पूर्ण गरुड़ पुराण अपने मोबाइल या पीसी पर पढ़िए.
* [http://www.vedpuran.com/# '''वेद-पुराण'''] - यहाँ चारों वेद एवं दस से अधिक पुराण हिन्दी अर्थ सहित उपलब्ध हैं। पुराणों को यहाँ सुना भी जा सकता है।
▲ महर्षि प्रबंधन विश्वविद्यालय]-यहाँ सम्पूर्ण वैदिक साहित्य संस्कृत में उपलब्ध है।
* [https://www.khulasaa.in/dharm-karam/36-types-of-hell-is-described-in-garuna-purana/ गरुड़ पुराण में वर्णित 36 प्रकार के नर्क का वर्णन विस्तार से]
* [https://journals.library.ualberta.ca/hssa/index.php/hssa/article/download/49/96/ History of Science in South Asia]
{{पुराण}}
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