"कंधमाल जिला": अवतरणों में अंतर

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[[File:Jagannath Deula, Phulbani.JPG|thumb|270px|[[फूलबाणी]] का जगन्नाथ मंदिर]]
'''कंधमाल ज़िला''' [[भारत]] के [[ओडिशा|ओड़िशा]] राज्य का एक [[ज़िला|जिला]] है। कंधमाल जिला प्रकृति का स्वर्ग कहलाता है। यहां स्थित दरिंगबाड़ी को तो ओड़िशा का कश्मीर कहा जाता है। इसका मुख्यालय है [[फूलबाणी]]। आराम और सुकून की तलाश में आने वाले पर्यटकों के लिए यहां बहुत कुछ है। यहां का वन्यजीवन, स्वास्थ्यप्रद वातावरण, पहाड़, झरने और रास्ते, सभी कुछ सैलानियों को आकर्षित करते हैं। कंधमाल हस्तशिल्प के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां का दोकरा, टैरा-कॉटा, बांस का काम दूर-दूर तक अपनी पहचान बना चुका है।<ref>"[https://books.google.com/books?id=1RBuAAAAMAAJ Orissa reference: glimpses of Orissa]," Sambit Prakash Dash, TechnoCAD Systems, 2001</ref><ref>"[https://books.google.com/books?id=8ukfNZsoNA4C The Orissa Gazette]," Orissa (India), 1964</ref><ref>"[https://books.google.com/books?id=yLU7DwAAQBAJ Lonely Planet India]," Abigail Blasi et al, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787011991</ref>
 
कंधमाल जिले की स्थापना 1994 में हुई थी। उस समय फूलबाणी जिले से कंधमाल और [[बौद्ध धर्म|बौध]] नामक दो जिले बनाए गए थे। कंधमाल समृद्ध सांस्कृति धरोहर का प्रतीक है। मौर्य सम्राट अशोक ने जउगदा के शिलालेख में इस पर्वतीय स्थान के लोगों का उल्लेख किया है और इसे अटविकास कहा है। यहां के घाटों का इलाका जिसे कलिंग कहा जाता है मध्यकाल में यात्रियों के संपर्क में आया था। इस जगह का प्रयोग मध्य भारत तक नमक पहुंचाने के लिए किया जाता था। कुल मिलाकर कहें तो प्रकृति और इतिहास का अनूठा संगम कंधमाल की मुख्य विशेषता है।
 
== मुख्य आकर्षण ==
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== इन्हें भी देखें ==
* [[फूलबाणी]]
* [[ओडिशा|ओड़िशा]]
* [[ओड़िशा के जिले]]