"कमलेश्वर": अवतरणों में अंतर

छोटी सी बात की पटकथा कमलेश्वर ने नहीं लिखी थी। ये एक मन्नू भंडारी के उपन्यास पर आधारित थी ।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है
पंक्ति 8:
| birth_name = कमलेश्वर प्रशाद सक्सेना
| birth_date = {{Birth date|1932|01|06|df=yes}}
| birth_place = [[मैनपुरी जिलाज़िला|मैनपुरी]], [[उत्तर प्रदेश|उत्तरप्रदेश]], भारत
| death_date = {{Death date and age|2007|01|27|1932|20|01|2007]df=yes}}
| death_place = [[फरीदाबाद|फ़रीदाबाद]], [[भारत]]
| resting_place =
| occupation =
पंक्ति 20:
| alma_mater =
| period = 1954–2006
| genre = [[कहानी]], [[उपन्यास]], [[पत्रकारिता]], स्तंभ लेखन, [[फ़िल्म|फिल्म]] [[पटकथा]]
| subject =
| movement = नई कहानी
पंक्ति 29:
| influences =
| influenced =
| awards = [[साहित्य अकादमी पुरस्कार]] (2003)<br />[[पद्म भूषण|पद्मभूषण]] (2005)
| portaldisp =
}}
 
'''कमलेश्वर''' ([[६ जनवरी]][[१९३२]]-[[२७ जनवरी]] [[२००७]]) हिन्दी लेखक कमलेश्वर बीसवीं शती के सबसे सशक्त लेखकों में से एक समझे जाते हैं। [[कहानी]], [[उपन्यास]], [[पत्रकारिता]], स्तंभ लेखन, [[फ़िल्म|फिल्म]] [[पटकथा]] जैसी अनेक विधाओं में उन्होंने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया। कमलेश्वर का लेखन केवल गंभीर [[साहित्य]] से ही जुड़ा नहीं रहा बल्कि उनके लेखन के कई तरह के रंग देखने को मिलते हैं। उनका उपन्यास '[[कितने पाकिस्तान]]' हो या फिर भारतीय [[राजनीति]] का एक चेहरा दिखाती फ़िल्म 'आंधी' हो, कमलेश्वर का काम एक मानक के तौर पर देखा जाता रहा है। उन्होंने [[मुम्बई|मुंबई]] में जो [[टीवी पत्रकारिता]] की, वो बेहद मायने रखती है। 'कामगार विश्व’ नाम के कार्यक्रम में उन्होंने ग़रीबों, मज़दूरों की पीड़ा-उनकी दुनिया को अपनी आवाज़ दी। कमलेश्वर की अनेक कहानियों का उर्दू में भी अनुवाद हुआ है।
 
 
कमलेश्वर का जन्म ६ जनवरी १९३२ को [[उत्तर प्रदेश|उत्तरप्रदेश]] के [[मैनपुरी जिलाज़िला|मैनपुरी]] जिले में हुआ। उन्होंने १९५४ में [[इलाहाबाद विश्वविद्यालय]] से [[हिंदी साहित्य|हिन्दी साहित्य]] में एम.ए. किया। उन्होंने फिल्मों के लिए पटकथाएँ तो लिखी ही, उनके उपन्यासों पर फिल्में भी बनी। `[[आँधी|आंधी]]', '[[मौसम (फिल्म)]]', '[[सारा आकाश]]', '[[रजनीगंधा]]',, '[[मिस्टर नटवरलाल]]', '[[सौतन]]', '[[लैला (1984 फ़िल्म)|लैला]]', '[[रामबलराम]]' की पटकथाएँ उनकी कलम से ही लिखी गईं थीं। लोकप्रिय टीवी सीरियल '[[चन्द्रकांता]]' के अलावा '[[दर्पण]]' और '[[एक कहानी]]' जैसे धारावाहिकों की पटकथा लिखने वाले भी कमलेश्वर ही थे। उन्होंने कई वृतचित्रों और कार्यक्रमों का निर्देशन भी किया।
 
 
१९९५ में कमलेश्वर को '[[पद्म भूषण|पद्मभूषण]]' से नवाज़ा गया और २००३ में उन्हें '[[कितने पाकिस्तान]]'(उपन्यास) के लिए [[भारतीय साहित्य अकादमी|साहित्य अकादमी]] पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे '[[सारिका]]' '[[धर्मयुग]]', '[[जागरण]]' और '[[दैनिक भास्कर]]' जैसे प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं के संपादक भी रहे। उन्होंने [[दूरदर्शन]] के अतिरिक्त महानिदेशक जैसा महत्वपूर्ण दायित्व भी निभाया।
कमलेश्वर ने अपने ७५ साल के जीवन में १२ उपन्यास, १७ कहानी संग्रह और क़रीब १०० फ़िल्मों की पटकथाएँ लिखीं।
 
पंक्ति 56:
* [[आगामी अतीत]]
* [[सुबह...दोपहर...शाम]]
* [[मरुस्थल|रेगिस्तान]]
* [[लौटे हुए मुसाफ़िर]]
* [[वही बात]]
पंक्ति 68:
 
:१. [[सौतन की बेटी]](१९८९)-संवाद
:२. [[लैला (1984 फ़िल्म)|लैला]](१९८४)- संवाद, पटकथा
:३. [[यह देश (१९८४ फ़िल्म)|यह देश]] (१९८४) -संवाद
:४. [[रंग बिरंगी (1983 फ़िल्म)|रंग बिरंगी]](१९८३) -कहानी
:५. [[सौतन]](१९८३)- संवाद
:६. [[साजन की सहेली (1981 फ़िल्म)|साजन की सहेली]](१९८१)- संवाद, पटकथा
:७. [[राम बलराम]] (१९८०)- संवाद, पटकथा
:८. [[मौसम (1975 फ़िल्म)|मौसम]](१९७५)- कहानी
:९. [[आँधी|आंधी]] (१९७५)- उपन्यास
 
'''संपादन'''
पंक्ति 100:
:[[मांस का दरिया]]
:[[नीली झील]]
:[[तलाश (२०१२ फ़िल्म)|तलाश]]
:[[बयान]]
:[[नागमणि]]