"अनुराधा पौडवाल": अवतरणों में अंतर
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| birth_name = अलका नादकर्णी
| birth_date = {{Birth date and age|1952|10|27}}
| birth_place = कंवर , [[उत्तराखण्ड|उत्तराखंड]], [[कर्नाटक]]
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| label = [[टी-सीरीज़]], [[टिप्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड|टिप्स म्यूजिक]], [[वीनस वर्ल्डवाइड एंटरटेनमेंट|वीनस रिकॉर्ड्स]]
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| years_active = 1973–वर्तमान
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[[चित्र:The President, Shri Pranab Mukherjee presenting the Padma Shri Award to Dr. Anuradha Paudwal, at a Civil Investiture Ceremony, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on March 30, 2017.jpg|right|thumb|300px|सन २०१७ में अनुराधा पौडवाल को [[पद्म श्री|पद्मश्री]] से अलंकृत करते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति [[प्रणब मुखर्जी|प्रणव मुखर्जी]]]]
'''डॉ अनुराधा पौडवाल''' (जन्म 27 अक्टूबर 1954) [[हिन्दी सिनेमा]] की एक प्रमुख [[पार्श्वगायक|पार्श्वगायिका]] हैं। वे १९९० के दशक में अत्यन्त लोकप्रिय रहीं।
इन्होंने फिल्म कैरियर की शुरुआत की फ़िल्म [[अभिमान (1973 फ़िल्म)|अभिमान]] से, जिसमें इन्होंने [[जया बच्चन|जया भादुड़ी]] के लिए एक श्लोक गाया। यह श्लोक उन्होंने संगीतकार [[सचिन देव वर्मन]] के निर्देशन में गाया था। उसके बाद उन्होंने 1974 में अपने पति संगीतकार अरुण पौडवाल के संगीत निर्देशन में 'भगवान समाये संसार में' फ़िल्म में मुकेश ओर [[महेन्द्र कपूर|महेंद्र कपूर]] के साथ गाया।
अनुराधा पौडवाल का जन्म 27 अक्टूबर 1954 को [[कर्नाटक]] के [[उत्तर
अनुराधा ने 1973 में आई [[अमिताभ बुद्ध|अमिताभ]] और [[जया
लता मंगेशकर अनुराधा पौडवाल के लिए भगवान से कम नहीं है, क्योंकि वह अपनी सभी सफलताओं का श्रेय लता जी को ही देती हैं। उनका कहना है कि “मैंने कई गुरुओं के सानिध्य में संगीत सीखा। लेकिन, लता जी की आवाज़ मेरे लिए एक प्रेरणा स्त्रोत थी जिसने एक संस्थान के रूप में मेरा मार्गदर्शन किया।” उन्होने अन्य संगीतकारों (राजेश रोशन, जे देव, कल्याणजी आनन्दजी) के साथ भी अच्छी जोड़ी बनाई।
अनुराधा को फिल्म 'हीरो' के गानो की सफलता के बाद लोकप्रियता मिली और उनकी गिनती शीर्ष गायिकाओं में की जाने लगी| इस फिल्म मे उन्होने लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल के साथ जोड़ी बनाई। हीरो की सफलता के बाद इस जोड़ी ने कई और फिल्मों मे सफल गाने दिए जैसे, 'मेरी जंग', 'बटवारा', 'राम लखन' और आखरी में 'तेज़ाब'। इसके बाद उन्होने टी-सीरीज़ के [[गुलशन कुमार]] के साथ हाथ मिलाया और कई नये चेहरों को बॉलीवुड में दाखिला दिलाया। इनमे से कुछ हैं [[उदित नारायण]], [[सोनू निगम]], [[कुमार सानू]], [[अभिजीत]], [[अनु मलिक]] और [[नदीम-श्रवण|नदीम श्रवण]]।
अपनी सफलता के चरम पर उन्होने केवल टी-सीरीज़ के साथ काम करने की घोषणा कर दी, जिसका लाभ [[अल्का याग्निक]] को मिला। अनुराधा पौडवाल ने फिल्मों से हटकर भक्ति गीतों पर ध्यान देना शुरू किया और इस क्षेत्र में बहुत से सफल भजन गाए। कुछ समय तक काम करने के बाद उन्होने एक विश्राम ले लिया और 5 साल बाद फिर पार्श्व गायन में आ गयीं हालाँकि उनका लौटना उनके लिए बहुत सफल साबित नही रहा।
== पुरस्कार ==
अनुराधा पौडवाल को संगीत के क्षेत्र में किये उनके श्रेष्ठ योगदान के लिये कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें [[भारत सरकार]] की तरफ से साल 2017 में [[पद्म श्री|पद्मश्री]] से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा उन्हें 4 बार [[फिल्म फेयर पुरस्कार]] से और एक बार [[राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार]] से भी सम्मानित किया जा चुका है।
* '''2010''' : [[मध्य प्रदेश सरकार]] द्वारा [[लता मंगेशकर पुरस्कार]]
* '''2011''' : मदर टेरेसा अवॉर्ड
* '''2013''' : [[महाराष्ट्र सरकार]] द्वारा [[मोहम्मद रफी पुरस्कार]]
* '''2017''' : [[भारत सरकार]] द्वारा [[पद्म श्री|पद्मश्री]]
=== [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार|फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार]] ===
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