"चौधरी": अवतरणों में अंतर
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'''चौधरी'''
चौधरी में मुख्य दो
आँजणा चौधरी राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरला, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में रहते है।
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जाट चौधरी पंजाब और हरियाणा के मौसम, आबोहवा, ओर खानपान के कारण कदकाठी में कदावर होते है।
आँजणा चौधरी राजस्थान, गुजरात की संस्कृति के लय में सरल, महेनती, शांत और संगठित होते है । वैसे तो जाट चौधरी को खतरनाक माना जाता है पर आँजणा चौधरी भी उनके ही भाई है । जाट शराब का सेवन करते है वहाँ आँजणा दूध का । शक्ल देख कर चौधरी के बच्चे पहचान में आ जाते है कि ये चौधरी है । ये उनके खानपान और खानदान के कारण होता है ।
आँजणा चौधरीओ के गुरु [[श्री राजाराम महाराज]] ने जाती को शराब से दूर रहने की सूचना दी थी उसकी वजह से जाती के लोग शराब का सेवन नही करते.
इनकी खेती अच्छी होती है क्योंकि महेनत करते है ज्यादा. जिस गाँव मे चौधरी समाज रहता हो वहाँ कोई भूखा नही सोता ऐसी कहावत भी है. दयालु स्वभाव होने के कारण अन्य लोग इनसे दान की अपेक्षा ज्यादा रखते है ।
चौधरी जाती के लोग अच्छे के साथ अच्छा व्यवहार करते है और बुरे के साथ बुरा करना भी जानते है। चौधरी बात करने में और स्वभाव के अच्छे किसी का बुरा न करने में मानने वाली स्वाभिमानी जाती है। ये दोस्ती में सबसे अच्छे है, अगर आपका कोई दोस्त चौधरी है तो वो आपको अपने आप समझ आ जायेगा । इनका मुख्य व्यवसाय [[खेती]], [[पशुपालन]], और अन्य दूध के व्यापार है। जिस इलाके में चौधरी लोग रहते है वहाँ शांति और अच्छाई वाला माहौल हमेशा बना रहता है । गुजरात मे चौधरी जाती के लोग अच्छी खेती, पशुपालन के लिए जाने जाते है। नई पीढ़ी के बच्चे अब विदेशो में जाकर विदेशी मुद्रा देश ला रहे है।
सब से अच्छी बात है जो चौधरी जाती को अन्य जातियो के मुकाबले बहेतर बनाती है वो है इनकी समाज व्यवस्था. समाज की बड़ी बड़ी [[शिक्षण संस्थाय]] है जो समाज मे साक्षरता दर अन्यो के मुकाबले बढ़ा रही है। इनके इतने संकुल है कि अगर सरकारी स्कूल न हो तभी कोई चौधरी के बच्चों को पढ़ने में कोई दिक्कत नही आएगी।
लेकिन गुजरात के एक व्यक्ति ने उनके समाज पर सरकारी नोकरीयाँ हड़पने का आरोप लगाया था अब जिस समाज के पास इतने संकुल ओर साक्षर युवा होंगे वो नोकरी के लायक तो होंगे ही और नोकरियों के लिए लेने वाली परीक्षा पास भी तो करते है । हवा में बाते करना उनका काम था पर उनके काम की वजह से एक अच्छी जाती को बदनाम करने का प्रयास हुआ और तो और चौधरी लोगो मे सब माध्यम वर्ग से आते है क्योंकि उनका व्यवसाय खेती और पशुपालन है । तो वो अनामत के हकदार भी है ।
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