"बंगलौर": अवतरणों में अंतर

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| settlement_type = [[शहर]]
| image_skyline = BangaloreMontage.png
| image_caption = ऊपर से दक्षिणावर्त: [[:w:UB City|यू.बी.सिटी]], [[इंफोसिस|इन्फ़ोसिस]], [[लाल बाग]] में ग्लास हाउस, [[विधान सौध]], कैम्पेगोव्ड़ा में [[शिव]] मूर्ति, बाग्मेन टेक पार्क
| nickname = भारत की सिलिकॉन वैली
 
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| subdivision_name1 = [[कर्नाटक]]
| subdivision_type2 = [[भारत के ज़िले|ज़िला]]
| subdivision_name2 = [[बंगलोर शहरी जिला|बंगलोर]]
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[[चित्र:High Court of Karnataka, Bangalore MMK.jpg|300 px|right|कर्नाटक का [[उच्च न्यायालय]]]]
 
'''बंगलौर''' <ref>{{cite web|url=http://timesofindia.indiatimes.com/city/bengaluru/It-is-official-Bangalore-becomes-Bengaluru/articleshow/45000684.cms|title=It is official: Bangalore becomes Bengaluru|work=The Times of India}}</ref> (अन्य वर्तनी: बेंगलुरु) ([[कन्नड़ भाषा|कन्नड़]]: ಬೆಂಗಳೂರು; [[अंतर्राष्ट्रीयअन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक लिपिवर्णमाला|उच्चारण]]: ['beŋgəɭuːru]) [[भारत]] के राज्य [[कर्नाटक]] की राजधानी है। बेंगलुरु शहर की जनसंख्या ८४ लाख है और इसके महानगरीय क्षेत्र की जनसंख्या ८९ लाख है, और यह भारत गणराज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर और पांचवा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है। दक्षिण भारत में दक्कन के पठारीय क्षेत्र में ९०० मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित यह नगर अपने साल भर के सुहाने मौसम के लिए जाना जाता है। भारत के मुख्य शहरों में इसकी ऊंचाई सबसे ज़्यादा है।
 
वर्ष २००६ में बेंगलूर के स्थानीय निकाय बृहत् बेंगलूर महानगर पालिके (बी बी एम पी) ने एक प्रस्ताव के माध्यम से शहर के नाम की अंग्रेज़ी भाषा की वर्तनी को बंगलोर से बंगलुरु में परिवर्तित करने का निवेदन राज्य सरकार को भेजा। राज्य और केंद्रीय सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद यह बदलाव १ नवंबर २०१४ से प्रभावी हो गया है।
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== इतिहास ==
[[पुराण|पुराणों]] में इस स्थान को कल्याणपुरी या कल्याण नगर के नाम से जाना जाता था। [[अंग्रेजअंग्रेज़|अंग्रेजों]] के आगमन के पश्चात ही बंगलौर को अपना यह अंग्रेज़ी नाम मिला।
 
''बेगुर'' के पास मिले एक शिलालेख से ऐसा प्रतीत होता है कि यह जिला [[१००४|1004]] ई० तक, गंग राजवंश का एक भाग था। इसे बेंगा-वलोरू के नाम से जाना जाता था, जिसका अर्थ प्राचीन कन्नड़ में "रखवालों का नगर" होता है। सन् [[१०१५|1015]] से [[१११६|1116]] तक [[तमिल नाडु|तमिलनाडु]] के [[चोल राजवंश|चोल]] शासकों ने यहाँ राज किया जिसके बाद इसकी सत्ता [[होयसल राजवंश]] के हाथ चली गई।
 
ऐसा माना जाता है कि आधुनिक बंगलौर की स्थापना सन [[१५३७|1537]] में [[विजयनगर साम्राज्य]] के दौरान हुई थी। विजयनगर साम्राज्य के पतन के बाद बंगलौर के सत्ता की बागडोर कई बार बदली। [[मराठा]] सेनापति शाहाजी भोंसले के अघिकार में कुछ समय तक रहने के बाद इस पर मुग़लों ने राज किया। बाद में जब [[१६८९|1689]] में [[मुग़ल साम्राज्य|मुगल]] शासक [[औरंगज़ेब|औरंगजेब]] ने इसे ''चिक्काराजा वोडयार'' को दे दिया तो यह नगर [[मैसूर]] साम्राज्य का हिस्सा हो गया। कृष्णराजा वोडयार के देहांत के बाद मैसूर के सेनापति [[हैदर अली]] ने इस पर [[१७५९|1759]] में अधिकार कर लिया। इसके बाद हैदर-अली के पुत्र [[टीपू सुल्तान]], जिसे लोग ''शेर-ए-मैसूर'' के नाम से जानते हैं, ने यहाँ [[१७९९|1799]] तक राज किया जिसके बाद यह अंग्रेजों के अघिकार में चला गया। यह राज्य 1799 में चौथे मैसूर युद्ध में टीपू की मौत के बाद ही अंग्रेजों के हाथ लग सका। मैसूर का शासकीय नियंत्रण महाराजा के ही हाथ में छोड़ दिया गया, केवल छावनी क्षेत्र (कैंटोनमेंट) अंग्रेजों के अधीन रहा। ब्रिटिश शासनकाल में यह नगर [[मद्रास प्रैज़िडन्सी|मद्रास प्रेसिडेंसी]] के तहत था। मैसूर की राजधानी [[१८३१|1831]] में मैसूर शहर से बदल कर बंगलौर कर दी गई।
 
१५३७ में विजयनगर साम्राज्य के सामंत केंपेगौडा प्रथम ने इस क्षेत्र में पहले किले का निर्माण किया था। इसे आज बेंगलूर शहर की नींव माना जाता है। समय के साथ यह क्षेत्र मराठों, अंग्रेज़ों और आखिर में मैसूर के राज्य का हिस्सा बना। अंग्रेज़ों के प्रभाव में मैसूर राज्य की राजधानी मैसूर शहर से बेंगलूर में स्थानांतरित हो गई, और ब्रिटिश रेज़िडेंट ने बेंगलूर से शासन चलाना शुरू कर दिया। बाद में मैसूर का शाही वाडेयार परिवार भी बेंगलूर से ही शासन चलाता रहा। १९४७ में भारत की आज़ादी के बाद मैसूर राज्य का भारत संघ में विलय हो गया, और बेंगलूर १९५६ में नवगठित कर्नाटक राज्य की राजधानी बन गया। १९४९ में बेंगलूर छावनी और बेंगलूर नगर, जिनका विकास अलग अलग इकाइयों के तौर पर हुआ था, का विलय करके नगरपालिका का पुनर्गठन किया गया।
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== भौगोलिक स्थिति ==
 
12.97 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.56 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित इस नगर का भूखंड मुख्यतः पठारी है। यह ''मैसूर का पठार'' के लगभग बीच में 920 मीटर की औसत ऊचाई पर अवस्थित है। बंगलौर जिले के उत्तर-पूर्व में ''[[कोलार जिला]] '' (सोने की खानों के लिये प्रसिद्घ), उत्तर-पश्चिम में ''[[तुमकूर जिला|तुमकुर जिला]]'', दक्षिण-पश्चिम में ''[[मांडया जिला|मांड्य जिला]]'', दक्षिण में ''[[चामराजनगर ज़िला|चामराजनगर जिला]]'' तथा दक्षिण-पूर्व में ''[[तमिल नाडु|तमिलनाडु]]'' राज्य है।
 
== संस्कृति ==
[[चित्र:Bangalore.jpg|thumb|बंगलौर का दृश्य]]
एक अनुमान के अनुसार बंगलौर में 51% से अधिक लोग भारत के विभिन्न हिस्सों से आ कर बसे हैं। अपने सुहाने मौसम के कारण इसे ''भारत का उद्यान नगर'' भी कहते हैं। ''प्रकाश का पर्व'' [[दीपावली]] यहाँ बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। [[दशहरा]], जो मैसूर का पहचान बन गया है, भी काफी प्रसिद्ध है। अन्य लोकप्रिय उत्सवों में [[गणेश चतुर्थी]], [[गुड़ी पड़वा|उगादि]], [[संक्रांति]], [[ईद उल-फ़ित्र|ईद-उल-फितर]], [[क्रिसमस]] शामिल हैं। [[कन्नड़]] फिल्म उद्योग का केन्द्र बंगलौर, सालाना औसतन 80 [[कन्नड़ फिल्म]] का निर्माण करता है है। कन्नड़ फिल्मों की लोकप्रियता ने एक नई जनभाषा ''बंगलौर-की-कन्नड़'' को जन्म दिया है जो अन्य भाषाओं से प्रेरित है और युवा संस्कृति का समर्थक है। व्यंजनों की विविधता से भरपूर इस नगर में उत्तर भारतीय, दक्कनी, [[चीनी]] तथा पश्चिमी खाने काफी लोकप्रिय हैं।
 
दिल्ली और [[मुम्बई|मुंबई]] के विपरीत बेंगलूर में समकालीन कला के नमूने १९९० के दशक से पहले विरले ही होते थे। १९९० के दशक में बहुत से कला प्रदर्शन स्थल (आर्ट गैलरी) बेंगलूर में स्थापित हो गए, जैसे सरकार द्वारा समर्थित नैशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट। बेंगलूर का अन्तर्राष्ट्रीय कला महोत्सव, आर्ट बेंगलूर, २०१० से चल रहा है, और यह दक्षिण भारत का अकेला कला महोत्सव है।
 
[[क्रिकेट]] यहाँ का सर्वाधिक लोकप्रिय खेल है। बंगलौर ने देश को काफी उन्नत खिलाड़ी दिये हैं, जिसमें [[राहुल द्रविड़]], [[अनिल कुंबले|अनिल कुम्बले]], [[गुंडप्पा विश्वनाथ]], [[प्रसन्ना]], [[बी. एस. चन्द्रशेखर]], [[वेंकटेश प्रसाद]], [[जवागल श्रीनाथ|जावागल श्रीनाथ]] आदि का नाम लिया जा सकता है। बंगलौर में कई क्लब भी हैं, जैसे - [[बंगलौर गोल्फ क्लब]], बाउरिंग इंस्टीट्यूट, इक्सक्लुसिव बंगलौर क्लब आदि जिनके पूर्व सदस्यों में '''विंस्टन चर्चिल''' और '''मैसूर महाराजा''' का नाम शामिल है।
 
== दर्शनीय स्थल ==
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=== गांधी भवन ===
[[गांधी भवन]] कुमार कुरूपा मार्ग पर स्थित है। यह भवन महात्मा गांधी के जीवन की याद में बनवाया गया है। इस भवन में [[महात्मा गांधी|गांधी]] जी के बचपन से लेकर उनके जीवन के अंतिम दिनों को चित्रों के द्वारा दर्शाया गया है। इसके अलावा यहाँ स्वयं गांधी जी द्वारा लिखे गए पत्रों की प्रतिकृति का संग्रह, उनके खडाऊ, पानी पीने के लिए मिट्टी के बर्तन आदि स्थित है।
 
=== चौदैया मेमोरियल हॉल ===
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== आवागमन ==
;वायु मार्ग
[[कैम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र|बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र]] सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है जो बंगलौर सेंट्रल रेल स्टेशन से करीब 3० किलोमी. की दूरी पर स्थित है। कई प्रमुख शहरों जैसे कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली, हैदराबाद, चैन्नई, अहमदाबाद, गोवा, कोच्ची, मंगलूर, पुणे और तिरूवंतपुरम से यहाँ के लिए नियमित रूप से उड़ानें भरी जाती है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी इसी एयरपोर्ट से निकलती हैं।बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बेंगलुरु
अवलोकन आकर्षण होटल वीकेंड में जाने लायक फोटो और
अनुशंसित
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;रेल मार्ग
बंगलुरू में दो प्रमुख रेलवे स्टेशन है:- [[बंगलौर सिटी जंक्शन रेलवे स्टेशन]] और [[यशवंतपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन]]। यह स्टेशने भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़े हुए है। देश के कई शहरों से नियमित रूप से एक्सप्रेस रेल बंगलूरू के लिए चलती है। बंगलुरू में [[भूमिगत रेल|त्वरित यातायात]] सेवा भी है, जिसे [[बंगलुरु मेट्रो]] या नम्मा मेट्रो कहा जाता है।
 
;सड़क मार्ग
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== परिवहन ==
बंगलौर का [[कैम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र|बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र]] देश का तीसरा व्यस्ततम एयरपोर्ट है। घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में प्रयुक्त यह हवाईपट्टी, एशिया, मध्य-पूर्व तथा यूरोप के लिये सेवाएं देती है।
 
== इन्हें भी देखें ==
* [[मैसूर]]
* [[भारत के शहरों की सूची|भारत के शहर]]
* [[विश्व के बड़े शहर]]