"क्वाण्टम संख्या": अवतरणों में अंतर

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{{रसायन-आधार}}
यह [[इलेक्ट्रॉन|इलेक्ट्रान]] की स्थिति और उर्जा का मान ज्ञात करने के लिए उपयोग किया जाता है।<br />
 
ऐसी संख्या जो इलूक्ट्रान के कोश , उपकोश , कक्षक और चक्रण को व्यक्त करता है वह क्वांटम संंख्याए कहलाती
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== प्रथम क्वाण्टम सख्या ==
यह [[इलेक्ट्रॉन|इलेक्ट्रान]] कि ऊर्जा नाभिक से दुरी व आकार दशाती है।
 
मुख्य क्वांटम संख्या इलेक्ट्रान की कक्षा संख्या या कोश संख्या व्यक्त करती है | बोर - सोमरफील्ड माडल के अनुसार n का कोई पूर्णांक मान 1,2,3,4,5,6,7,..... हो सकता है | n=1 को इलेक्ट्रान की पहली कक्षा या K कोश , n = 2 को द्वितीय कक्षा या L कोश तथा n = 3 को इलेक्ट्रान की तृतीय कक्षा या M कोश कहते है |
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== चुम्बकिय सख्या ==
यह [[जेमान प्रभाव|जीमन प्रभाव]] की व्याख्या करती है।
<br /> इस क्वांटम संख्या के द्वारा इलेक्ट्रॉनों के चुंबकीय गुण का ज्ञान होता है यह कुछ हद तक आकार एवं विन्यास को प्रदर्शित करता है इसे m से प्रदर्शित करते हैं