"पलामू": अवतरणों में अंतर

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'''पलामू''' [[भारत]] में [[झारखण्ड|झारखंड]] प्रान्त का एक जिला है। इसका ज़िला मुख्यालय मेदनीनगर है। पहले यह [[डाल्टेनगंज|डाल्टनगंज]] के नाम से जाना जाता था लेकिन आनंदमार्ग के लक्ष्मण सिंह, बैद्यनाछ साहू, युगलकिशोर सिंह, विश्वनाथ सिंह जैसे लोगों ने लंबे समय तक आंदोलन किया और शहर का नाम मेदनीनगर किया गया। यहां के राजनीतिज्ञों में [[इंदर सिंह नामधारी]], ज्ञानचंद पांडेय, शैलेंद्र, केडी सिंह आदि मुख्य हैं। पत्रकारों में [[नक्सलवाद की झलक|आलोक प्रकाश पुतुल]] ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता हासिल की है। अन्य पत्रकारों में रामेश्वरम, गोकुल बंसंत, फैयाज अहमद, उपेन्द्र नाथ पान्देय आदि शामिल हैं।साहित्य व कविता जगत में [[बिंदु माधव शर्मा]], [[विद्या वैभव भारद्वाज]] व[[अभिनव मिश्र]] ने पलामू का नाम रौशन किया है।
 
== इतिहास ==
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पलामू में ही राष्ट्रीय ख्याति का [[पालामऊ व्याघ्र आरक्षित वन|पलामू राष्ट्रीय अभयारण्य]] भी स्थित है। अभयारण्य लगभग 250 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह १९७४ में बाघ परियोजना के अंतर्गत गठित प्रथम ९ बाघ आरक्षों में से एक है। पलामू व्याघ्र आरक्ष १,०२६ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें पलामू वन्यजीव अभयारण्य का क्षेत्रफल 980 वर्ग किलोमीटर है। अभयारण्य के कोर क्षेत्र 226 वर्ग किलोमीटर को बेतला राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया गया है। पलामू आरक्ष के मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं बाघ, हाथी, तेंदुआ, गौर, सांभर और चीतल।
 
पलामू ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। [[भारतीय स्वतन्त्रता१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम|सन १८५७ की क्रांति]] में पलामू ने अहम भूमिका निभाई थी। चेरो राजाओं द्वारा निर्मित दो किलों के खंडहर पलामू व्याघ्र आरक्ष में विद्यमान हैं। पलामू में कई प्रकार के वन पाए जाते हैं, जैसे शुष्क मिश्रित वन, साल के वन और बांस के झुरमुट, जिनमें सैकड़ों वन्य जीव रहते हैं। पलामू के वन तीन नदियों के जलग्रहण क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये नदियां हैं उत्तर कोयल औरंगा और बूढ़ा। २०० से अधिक गांव पलामू व्याघ्र आरक्ष पर आर्थिक दृष्टि से निर्भर हैं। इन गांवों की मुख्य आबादी जनजातीय है। इन गांवों में लगभग १,००,००० लोग रहते हैं। पलामू के खूबसूरत वन, घाटियां और पहाड़ियां तथा वहां के शानदार जीव-जंतु बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
 
इस [[वन्य अभयारण्य|अभयारण्य]] तक पहुँचने के लिए [[भारतीय रेल]] द्वारा [[राँची|रांची]] स्टेशन से जाया जा सकता है। सबसे नजदीकी [[विमानक्षेत्र|हवाई अड्डा]] [[राँची|रांची]] है।
 
== यह भी दे्खें ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/पलामू" से प्राप्त