"डॉन (2006 फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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| budget = {{INRConvert|35|c}}<ref>{{cite web|title=Don - The Chase Begin Again|url=http://www.catchindia.com/movies/movie-details/Don_-_The_Chase_Begin_Again|accessdate=26 दिसम्बर 2010}}</ref>
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'''डॉन''' 2006 में बनी [[हिन्दी|हिन्दी भाषा]] की फिल्म है। इस फिल्म का निर्देशन फरहान अख्तर ने और निर्माण रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट ने किया है। इस फिल्म में [[शाहरुख़ ख़ान|शाहरुख खान]], [[प्रियंका चोपड़ा]] और [[अर्जुन रामपाल]] मुख्य किरदार में और उनके साथ [[बोमन ईरानी]], [[ईशा कोपिकर]] और [[ओम पुरी]] सहायक भूमिका में हैं। ये 1978 में इसी नाम से बनी फिल्म का दुबारा निर्माण है। इसे 20 अक्टूबर 2006 को सिनेमाघरों में दिखाया गया।
 
== कहानी ==
डिप्टी कमिश्नर डी सिल्वा ([[बोमन ईरानी]]) को शहर में सिंघानिया और डॉन ([[शाहरुख़ ख़ान|शाहरुख खान]]) को पकड़ने के लिए भेजा जाता है। एक दिन पुलिस की मुठभेड़ में डॉन काफी घायल हो जाता है और कोमा में चले जाता है, जिससे वो डी सिल्वा के कब्जे में आ जाता है। डी सिल्वा की मुलाक़ात डॉन जैसे दिखने वाले विजय (शाहरुख खान) से होती है, वो डॉन के बाकी साथियों को पड़ने के लिए उसे नकली डॉन बनने को राजी करा लेता है। वो उससे वादा करता है कि वो दीपु (तनय छेड़ा) को अच्छे स्कूल में दाखिला करा देगा। वहीं दीपु का पिता, जसजित ([[अर्जुन रामपाल]]) जेल से छूट जाता है और डी सिल्वा को मार कर अपनी बीवी के मौत का बदला लेने की सोचते रहता है।
 
विजय को अस्पताल में भर्ती कर दिया जाता है, और वहाँ डॉ॰ अशोक गिलवानी समान चोट के निशान लगाता है, जैसा डॉन का होता है। डॉन की मौत हो जाती है। विजय अब डॉन के रूप में उनके गैंग में शामिल हो जाता है। डी सिल्वा उसे कम्प्युटर डिस्क हासिल करने बोलता है, जिसमें उनके सारे काले कारनामे दर्ज हैं। जब विजय को वो डिस्क मिल जाता है, तभी रोमा ([[प्रियंका चोपड़ा]]) उस पर हमला करती है और अपनी बहन, कामिनी ([[करीना कपूर]]) के मौत का बदला लेने की कोशिश करते रहती है, जिसे डॉन ने मार दिया था। उसी समय डी सिल्वा आता है और उसे रोक कर बताता है कि ये डॉन नहीं, बल्कि विजय है। विजय वो डिस्क डी सिल्वा को देते हुए बताता है कि सभी गैंग के लोग एक जगह इकट्ठा होने वाले हैं। पुलिस उनके अड्डे में आ जाती है और पुलिस की मुठभेड़ में डी सिल्वा की मौत हो जाती है और पुलिस विजय को भी गिरफ्तार कर लेती है। विजय की असली पहचान जानने वाले की मौत हो जाने के बाद वो किसी भी तरह साबित नहीं कर पाता कि वो विजय है, लेकिन उसके साथ काम करने वाले गैंग के सदस्य जान जाते हैं कि ये डॉन नहीं है, जिससे उनके बीच लड़ाई होती है। विजय वहाँ से भाग निकलने में सफल हो जाता है और वो रोमा से मिलता है, ताकि डिस्क प्राप्त कर वो अपने आप को बेकसूर साबित कर सके।
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| title4 = ये मेरा दिल
| extra4 = [[सुनिधि चौहान|सुनिधी चौहान]]
| length4 = 4:39
| note4 = पुनर्निर्मित पुरानी फिल्म से
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| [[संयुक्त राज्य अमेरिका]] || $2,223,961 || २२ अक्टूबर २००६ तक
|- align="right"
| [[यूनाइटेड किंगडम]], [[आयरलैण्ड|आयरलैंड]] एवं [[माल्टा]] || $2,826,980 || ७ दिसम्बर २००६ तक
|- bgcolor=#edf3fe align="right"
| [[ऑस्ट्रेलिया]] || $233,903 || ३० नवम्बर २००६ तक
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| [[न्यूज़ीलैण्ड|न्यूज़ीलैंड]] || $52,556 || ५ नवम्बर २००६ तक
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| '''कुल''' || '''$19,640,129 ''' || '''७ दिसम्बर २००६ तक'''