"टिन": अवतरणों में अंतर

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chemical series=संक्रमणोपरांत धातु|
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'''वंग''' या '''रांगा''' या '''टिन''' (Tin) एक रासायनिक [[तत्त्व]] है। [[लातिन भाषा|लैटिन]] में इसका नाम स्टैन्नम (Stannum) है जिससे इसका [[रासायनिक प्रतीक]] '''Sn''' लिया गया है। यह [[आवर्त सारणी]] के चतुर्थ मुख्य समूह (main group) की एक [[धातु]] है। वंग के दस स्थायी समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या ११२, ११४, ११५, ११६, ११७, ११८, ११९, १२०, १२२ तथा १२४) प्राप्त हैं। इनके अतिरिक्त चार अन्य [[रेडियो सक्रियतारेडियोसक्रियता|रेडियोऐक्टिव]] [[समस्थानिक]] ([[द्रव्यमान संख्या]] ११३, १२१, १२३ और १२५) भी निर्मित हुए हैं। rb
 
== इतिहास ==
वंग की [[मिश्रातु|मिश्रधातु]] का उपयोग आज से ५,००० वर्ष पूर्व भी होता था। वंग धातु की बनी सबसे प्राचीन बोतल [[मिस्र]] की स्थित समाधि में पाई गई, जो लगभग ईसा से १,५०० वर्ष पूर्वकाल की है। वंग के अयस्क मिस्र में नहीं मिलते। इस कारण वहाँ यह धातु अवश्य ही बाहर से आई होगी। ईसा से लगभग ३०० वर्ष पूर्व इंग्लैंड में वंग के धातुकर्म के नमूने मिलते हैं। यहाँ वंग की खानें थीं। उस समय यह धातु रोम में जाती थी। दक्षिणी अमरीका के आदिवासियों को वंग की मिश्रधातुओं का ज्ञान था।
 
[[भारत]] में [[सिंधु घाटी सभ्यता|सिंधु घाटी की सभ्यता]] के काल के प्राप्त धातु पदार्थों में वंग पाया गया है। ऐसा अनुमान है कि उस समय वंग [[ईरान]] से आता था। ईसा से पाँच शताब्दी पूर्व [[आयुर्वेद]] काल में [[सुश्रुत]] में त्रपु (वंग) तथा [[वाग्भट्टवाग्भट]]्ट के [[अष्टाङ्गहृदयम्|अष्टांगहृदय]] में भी वंग के यौगिक का वर्णन आया है। [[रसरत्नसमुच्चय]] में वंग धातु तथा वैग भस्म दोनों के गुणों की विवेचना की गई है।
 
== उपस्थिति ==
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वंग के दो प्रकार के यौगिक ज्ञात हैं : एक स्टैंनस, जिसमें वंग की [[संयोजकता]] २ है और दूसरा स्टैनिक, जिसमें वंग की संयोजकता चार रहती है। इसके दो ऑक्साइड, स्टैनस ऑक्साइ, (SnO) और स्टैनिक ऑक्साइ, (SnO<sub>2</sub>), होते हैं। [[गंधक]] के साथ वंग को गरम करने से स्टैनस सल्फाइड, (SnS) प्राप्त होता है। स्टैनिक सल्फ़ाइड (SnS<sub>2</sub>) भी बनता है।
 
[[हैलोजन|हेलोजन]] के साथ वंग स्टैन्स हैलाइड और स्टैनिक हैलाइड बनाता है। वंग के क्लोराइड रंगबंधक के रूप में रेशम रंगने में काम आते हैं। यह नाइट्रोजन, हाइड्रोजन और फ़ॉस्फोरस के साथ भी यौगिक बनाता है। इसके नाइट्रेट और फ़ॉस्फ़ेट अस्थायी होते हैं। क्लोरोस्टैनिक अम्ल का अमोनियम लवण, [(N H<sub>4</sub>)<sub>2</sub> SnCl<sub>6</sub>] रेशम रंगने में काम आता है।
 
वंग अनेक उपसहसंयोजकता (coordinate) यौगिक बनाता है।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/टिन" से प्राप्त