"लौह-हाइड्रोजन प्रतिरोध": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Eisenwasserstoffw.jpg|right|thumb|300px|लौह-हाइड्रोजन प्रतिरोध]]
'''लौह-हाइड्रोजन प्रतिरोध''' (iron-hydrogen resistor) एक [[विद्युत प्रतिरोध|प्रतिरोध]] है जिसका मान [[तापमान|ताप]] बढने पर बढ़ता है। यह [[लोहा|लोहे]] का एक तार से निर्मित होता है जो [[हाइड्रोजन]] से भरे [[कांच]] के बल्ब में फिट किया होता है। इसका [[ताप गुणांक]] धनात्मक होता है, जिसका अर्थ है कि ताप बढ़ने पर प्रतिरोध भी बढ़ता है। अपने इस गुण के कारण इसका उपयोग [[विद्युत प्रदायी|पॉवर सप्लाई]] के वोल्टेज को अपरिवर्ती बनाये रखने के लिये (stabilizing) किया जाता है। प्रायः इसे बैरेट्टर (barretter) भी कहते हैं क्योंकि यह बैरेटर जैसा दिखता है जो रेडियो संकेतों के डिटेक्शन में काम आता है। आधुनिक काल में प्रयुक्त [[धारा स्रोत]] इसकी सन्तान है।
[[श्रेणी:वैद्युत युक्ति]]
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