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[[चित्र:cupido4b.jpg|thumb|right|200px|हाथ में धनुष लिए प्रेम के देवता क्यूपिड की एक मूर्ति]]
'''क्यूपिड''' ([[लातिनीलातिन भाषा|लातिनी]]: Cupidus ''कूपिदुस'') प्राचीन [[प्राचीन रोम में धर्म|रोमन धर्म]] के देवताओं में से एक हैं। वह [[कामदेव]] की तरह प्रेम और काम-वासना के देवता हैं। उनके समतुल्य प्राचीन [[यूनानी धर्म]] के देवता थे [[ईरोस]]। उनका एक और लातिनी नाम है, आमोर। ये रोमन देवता [[जुपिटर|ज्यूपिटर]] और देवी [[शुक्र|वीनस]] के पुत्र माने जाते हैं। उनको एक पंख लगे बच्चे की तरह चित्रित किया जाता है, हाथ में [[धनुष]] होता है जिससे ये बाण छोड़कर मनुष्यों में प्रेम भाव जागृत करते हैं। कहा जाता है कि क्यूपिड का बाण लगने पर मनुष्य जिससे भी सबसे पहले मिलता है उससे अत्यधिक प्रेम करने लगता है। इन्हें कहानियों में अत्यधिक चंचल, चपल और रसिक वर्णित किया जाता है। इनके [[तूणीर]] में दो तरह के बाण होते हैं - [[स्वर्णसोना|स्वर्णिम]] नोक वाले बाण जिनसे प्रेम जागृत होता है और [[सीसा|सीसे]] की नोक वाले बाण जिनसे घृणा उत्पन्न होती है। कई चित्रों में इनके तीरों की नोक को [[हृदय|हृदयाकार]] भी दिखाते हैं। [[वैलेंटाइन दिवस]] के मौके पर खास तौर पर क्यूपिड के चित्र देखने को मिलते हैं।
 
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