"प्यार किया तो डरना क्या (1963 फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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| caption = '''प्यार किया तो डरना क्या''' का पोस्टर
| producer =
| director = बी॰ एस॰ रंगा<ref>{{cite web |title=B.S. Ranga, veteran film director, passes away |url=https://www.thehindu.com/news/national/B.S.-Ranga-veteran-film-director-passes-away/article15590792.ece |website=[[द हिन्दू|द हिन्दु]] |accessdate=26 जनवरी 2019 |language=en-IN |date=12 दिसम्बर 2010}}</ref>
| music = [[रवि (संगीत निर्देशक)|रवि]]
| writer =
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राजेश ([[शम्मी कपूर]]) अपने अमीर पिता, कुँवर साहब ([[पृथ्वीराज कपूर]]) का बेटा है। राजेश को शिक्षक रामदास ([[नज़ीर हुसैन]]) की बेटी सविता (सरोजा देवी) से प्यार हो जाता है। सविता ने राजेश को कामचोरी छोडने के लिये मनाया और उसके बजाय कॉलेज में पढ़ाई करने को कहा। वह पूरे कॉलेज में प्रथम आता है और स्वर्ण पदक जीतता है। कुँवर साहब अपने बेटे के प्रेम संबंधों से खुश नहीं होते और उनके प्यार को स्वीकार करने से इंकार कर देते हैं। लेकिन राजेश अपने पिता की अनुमति के बिना सविता के साथ शादी कर लेता है और घर आ जाता है।
 
राजेश के पिता कुँवर साहब उनका अभिवादन नहीं करते और न ही उन्हें स्वीकार करते हैं और वे सविता का अपमान करते हैं। इससे खुश न होकर, राजेश घर छोड़ देता है और वे जीवन ([[प्राण (अभिनेता)|प्राण]]) के घर में रहने लगते हैं, जो उसका दोस्त है। जीवन ने सविता के खिलाफ राजेश के दिमाग में जहर डालना शुरू कर दिया क्योंकि कॉलेज में सविता ने उसे लुभाने की कोशिश करने पर अपमानित किया था और थप्पड़ मारा था। बड़ी गलतफहमियां उनके रिश्ते के बीच आने लगती हैं। कुछ समय के बाद दोनों गलतफहमी की वजह से अलग हो जाते हैं। थोड़ी देर बाद जीवन की दोस्त ([[हेलन|हेलेन]]) उस गलतफहमी के लिये खुद को दोषी महसूस करने लगती है और सच्चाई को सामने लाती है। राजेश अपनी गलती के लिए दोषी महसूस करता है। क्या राजेश को उसकी पत्नी वापस मिलेगी? क्या उसके पिता उन्हें स्वीकार करेंगे?
 
== मुख्य कलाकार ==
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| title2 = दिल तुमको दे दिया जान-ए-जिगर
| extra2 = [[आशा भोसले|आशा भोंसले]], मोहम्मद रफ़ी
| length2 = 3:16