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'''सामाजिक आन्दोलन''' एक प्रकार का 'सामूहिक क्रिया' है। सामाजिक आन्दोलन व्यक्तियों और/या [[संगठन|संगठनों]] के विशाल अनौपचारिक समूह होते हैं जिनका ध्येय किसी विशिष्ट सामाजिक मुद्दे पर केंद्रित होता है। दूसरे शब्दों में ये ये कोई सामाजिक परिवर्तन करना चाहते हैं, उसका विरोध करते हैं या किसी सामाजिक परिवर्तन को समाप्त कर पूर्वस्थिति में लाना चाहते हैं
 
आधुनिक पाश्चात्य जगत में सामाजिक आन्दोलन [[शिक्षा]] के प्रसार के द्वारा तथा उन्नीसवीं शदी में [[औद्योगीकरण]] व [[शहरीकरण|नगरीकरण]] के कारण श्रमिकों के आवागमन में वृद्धि के कारण सम्भव हुए।
 
आधुनिक आन्दोलन संसार भर में लोगों को जागृत करने के लिये [[प्रौद्योगिकी]] तथा [[अंतरजाल|अन्तरजाल]] का सहारा लेते हैं।
 
[[भारत के सामाजिक आन्दोलन]] के सबसे बड़े महानायक [[भीमराव आंबेडकरआम्बेडकर|डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर]] है। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर का शक्तिशाली सामाजिक आंदोलन विश्व के सबसे प्रभावशाली आन्दोलनों में से एक है तथा भारत का सबसे प्रभावशाली सामाजिक आंदोलन है। बाबासाहेब का आन्दोलन भारत देश के पिछडे, गरीब, शोषित, दलित लोगों को उनके सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, राजनैतिक विशेषत: मानव अधिकार देने के लिये था, यह भारत की सबसे बडी सामाजिक क्रांति भी थी। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर [[संविधान]] निर्माता थे, इसलिए उन्होंने देश शोषित लोगों उनके अधिकारों के संघर्ष किया और उसमें सफलता पाई। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर जी के [[महाड़ सत्याग्रह]] या [[चवदार तालाब आंदोलन]], नाशिक का [[कालाराम मन्दिर]] आंदोलन और [[बौद्ध-दलित आंदोलन|दलित बौद्ध आंदोलन]] प्रसिद्ध है। विश्व के सबसे महान मानवाधिकारी आंदोलनकारीयों में डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर जी का स्थान शिर्ष पर स्थान है।
 
== परिचय ==
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== इन्हें भी देखें ==
* [[बौद्ध-दलित आंदोलन|दलित बौद्ध आंदोलन]]
* [[भारत के सामाजिक आन्दोलन]]
* [[भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट)|भारत स्वाभिमान न्यास]]
 
== बाहरी कड़ियाँ ==