"वारुणी": अवतरणों में अंतर

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[[File:Sagar Manthan.jpg|thumb|[[समुद्र मन्थन]] चित्रात्मक निरूपण]]
'''वारुणी''' का सामान्य अर्थ मदिरा से लिया जाता है। [[हिन्दू]] मिथकों में वर्णित [[समुद्र मन्थन]] के समय [[क्षीर सागर|क्षीरसागर]] निकली मदिरा को वारुणी कहा गया।<ref>{{पुस्तक सन्दर्भ|last1=शर्मा|first1=महेश|title=हिन्दू धर्म विश्वकोश|date=२०१३|publisher=प्रभात प्रकाशन|page=२४७|url=https://books.google.co.in/books?id=q35sBQAAQBAJ&lpg=PA52&ots=E7b1_4aXQk&dq=%E0%A4%89%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%88%E0%A4%83%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BE&pg=PA77#v=snippet&q=%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%A3%E0%A5%80&f=false|accessdate=२४ अगस्त २०१५}}</ref> आख्यानों के अनुसार यह देवी के रूप में समुद्र से निकली मदिरा की देवी के रूप में प्रतिष्ठित हुई। इसे [[वरुण (देव)|देवता वरुण]] की पत्नी के रूप में माना जाता है और अन्य नाम वरुणानी भी उद्धृत किया जाता है।<ref>[http://www.mythfolklore.net/india/encyclopedia/varuni.htm Encyclopedia for Epics of Ancient India]</ref>
 
==अन्य अर्थ==
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* [[कामधेनु]]
* [[उच्चैःश्रवा]]
* [[कौस्तुभ]]मणि
* [[कौस्तुभमणि]]
* [[कल्पवृक्ष]]
* [[रंभा|रम्भा]] नामक [[अप्सरा]]
* [[लक्ष्मी]]
* '''वारुणी''' [[मदिरा]]
* [[चन्द्रमा]]
* [[प्राजक्ता (फूल)|पारिजात]]
* [[शंख]]
* [[धन्वन्तरि]]