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'''गीतांजलि''' (बंगला उच्चारण - गीतांजोलि) [[रबीन्द्रनाथ ठाकुर|रवीन्द्रनाथ ठाकुर]] की कविताओ का संग्रह है, जिनके लिए उन्हे सन् १९१३ में [[नोबेल पुरस्कार]] मिला था। 'गीताँजलि' शब्द गीत और अन्जलि को मिला कर बना है जिसका अर्थ है - गीतों का उपहार (भेंट)। यह [[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेजी]] में लिखी १०३ कविताएँ हैं (ज्यादातर अनुवाद)।
 
यह अनुवाद [[इंग्लैण्ड|इंग्लैड]] के दौरे पर शुरु किये गये थे जहां इन कविताओं को बहुत ही प्रशंसा से ग्रहण किया गया था। एक पतली किताब १९१३ में प्रकाशित की गई थी जिसमें डब्ल्यू बी यीट्स (W. B. Yeats) नें बहुत ही उत्साह से प्राक्कथन (preface) लिखा था। और उसी साल में रविंद्रनाथ टैगोर जी नें तीन पुस्तिकाओं का संग्रह लिखा जिसे नोबल पुरस्कार मिला। इस से रबिन्द्रनाथ टैगोर पहले ऐसे व्यक्ति थे जो यूरोपवासी न होते हुये भी नोबल पुरस्कार मिला। गीतांजलि पश्चिमीजगत में बहुत ही प्रसिद्ध हुई हैं और इनके बहुत से अनुवाद किये गये हैं।
 
 
 
इस रचना का मूल संस्करण [[बाङ्ला भाषा|बंगला]] में था जिसमें ज्यादातर भक्तिमय गाने थे।
 
== बंगला गीतांजलि और अंग्रेजी गीतांजलि ==
'गीतांजलि' नामक अँग्रेजी की कविता-संग्रह बंगाली में लिखे गानों के संग्रह (जिसका नाम भी 'गीतांजलि' ही है) का [[अनुवाद]] नहीं है। गीतांजलि के सिलसिले में भी कई सवाल हैं; चर्चाएं हैं। जैसे अंग्रेजी गीतांजलि बिल्कुल वही नहीं है। जो बांग्ला है। [[विश्व-भारती विश्वविद्यालय|विश्वभारती]] की बांग्ला गीतांजलि में साफ है कि अंग्रेजी गीतांजलि में इसकी मात्र 53 कविताएं ली गई है। अंग्रेजी में बांग्ला की सर्वाधिक चर्चित कविता ‘ह्वेयर द माइंड इज विदाउट फीयर’ है ही नहीं।
 
जबकि १०३ में से ५२ कवितायें उसी बंगाली संग्रह से ली गईं थी, दूसरी अन्य स्थानों (काव्यों) से ली गईं हैं - इन के नाम हैं: Gitimallo (1914,17), Noibeddo (1901,15), Khea (1906,11) and कुछ और काव्य। अनुवाद अकसर बहुत महत्वपूर्ण ठंग से बदलाव लाते हैं, कभी-कभी काफी हिस्से छोडे हुये हैं और कई बार बीच में अन्य कवितायें भरी हैं।