"बलयुग्म": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Koppel van krachten.png|right|thumb|300px|बलयुग्म]]
ऐसे [[बल|बलों]] के समूह को '''बलयुग्म''' (Couple) कहते हैं जिनका परिणामी बल शून्य हो किन्तु उनका बलाघूर्ण '''अशून्य''' हो। इसके प्रभाव में केवल घूर्णी गति ही सम्भव है और स्थान-परिवर्तन (ट्रांस्लेशन) नहीं होता। अर्थात किसी पिण्ड पर बलयुग्म लगा हो तो [[संहति-केन्द्र|द्रव्यमान केन्द्र]] का [[त्वरण]] नहीं होता।
बलयुग्म के परिणामी आघूर्ण को बलाघूर्ण (टॉर्क) कहते हैं। यह टॉर्क किसी भी संदर्भ बिन्दु के सापेक्ष नियत होता है। इस दृष्टि से यह 'टॉर्क' साधारण 'आघूर्ण' (मोमेन्ट) से भिन्न है।
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