"ज़ंस्कार": अवतरणों में अंतर
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'''ज़ंस्कार''' ([[लद्दाख़ी भाषा|लद्दाख़ी]] व [[तिब्बती भाषा|तिब्बती]]: ཟངས་དཀར་) [[भारत]] के [[जम्मू और कश्मीर]] राज्य के पूर्वी भाग में [[कारगिल ज़िला|कर्गिल ज़िले]] में स्थित एक भौगोलिक व सांस्कृतिक क्षेत्र है। प्रशासनिक दृष्टि से यह एक [[तहसील]] का दर्जा रखता है और [[पदम|पदुम]] इसकी राजधानी है। यह क्षेत्र [[ज़ंस्कार नदी]] की दो शाखाओं के साथ-साथ बसा हुआ है।
ज़ंस्कार क्षेत्र समीप के [[लद्दाख़]] क्षेत्र से '''ज़ंस्कार पर्वतमाला''' द्वारा विभाजित है। यह पर्वतमाला ६००० मीटर (१९,७०० फ़ुट) की औसत ऊँचाई रखती है और इसका पूर्वी भाग एक [[पठार]] के लक्षणों वाला इलाका है जो कि [[रुपशू|रुपशु]] कहलाता है। ज़ंस्कार पर्वतमाला [[हिमाचल प्रदेश]] में भी जारी रहती है जहाँ यह [[किन्नौर जिला|किन्नौर क्षेत्र]] को [[स्पीति घाटी]] से अलग करती है।
== इतिहास और नामोत्पत्ति ==
ज़ंस्कार और इसके साथ सटा हुआ लद्दाख़ का कुछ भाग कभी [[गुगे|गुगे राज्य]] का भाग हुआ करता था जो कि पश्चिमी [[तिब्बत]] पर भी विस्तृत था। ज़ंस्कार का नाम लद्दाख़ी लहजे में "ज़ंग्स्कार" उच्चरित करा जाता है, हालांकि स्थानीय ज़ंस्कारी उच्चारण में यह "ज़न्हार" बोला जाता है। तिब्बती भाषा में [[ताम्र|ताम्बे]] को "ज़ंग्स" कहा जाता है और ज़ंस्कार क्षेत्र में भी ताम्बा मिलता है। कुछ स्रोत यह अनुमान लगाते हैं कि नाम का उत्पत्ति इसी से हुई और "ज़ंस्कार" का मूल अर्थ "श्वेत ताम्बा" या "ताम्बे का तारा" हुआ करता था।<ref>Snellgrove and Skorupsky, 1980</ref>
== लोग ==
अप्रैल २००६ में स्थानीय स्वास्थ्य-सम्बन्धी जनगणना में ज़ंस्कार की आबादी १३,८४९ थी, जिसमें से लगभग ९५% [[तिब्बती बौद्ध धर्म]] के अनुयायी थे। ५% का एक छोटा अल्पसंख्यक समुदाय [[सुन्नी इस्लाम|सुन्नी]] [[मुसलमान|मुस्लिम]] था। जातीय रूप से ज़ंस्कारी लोग [[
== चित्र दीर्घा ==
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== इन्हें भी देखें ==
* [[लद्दाख़]]
* [[कारगिल ज़िला|कर्गिल ज़िला]]
* [[पदम|पदुम]]
* [[ज़ंस्कार नदी]]
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