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'''जलियाँवाला बाग़''' [[अमृतसर]] के [[हरिमन्दिर साहिब|स्वर्ण मंदिर]] के पास का एक छोटा सा बगीचा है जहाँ [[१३ अप्रैल|13 अप्रैल]] [[१९१९|1919]] को ब्रिगेडियर जनरल [[रेजिनाल्ड एडवर्ड डायर]] के नेतृत्व में अंग्रेजी फौज ने गोलियां चला के निहत्थे, शांत बूढ़ों, महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोगों को मार डाला था और हज़ारों लोगों को घायल कर दिया था। यदि किसी एक घटना ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर सबसे अधिक प्रभाव डाला था तो वह घटना यह जघन्य हत्याकाण्ड ही था।इसी घटना की याद में यहाँ पर स्मारक बना हुआ है।
 
==स्थिति==
जलियाँवाला बाग़ [[अमृतसर]] के [[हरिमन्दिर साहिब|स्वर्ण मंदिर]] के पास ही स्थित है।
 
==स्मारक==
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<ref>[http://www.livehindustan.com/news/lifestyle/lifestylenews/article1-story-50-50-323389.html हिंदुस्तान टाइम्स]</ref>
 
१९९७ में [[एलिज़ाबेथ द्वितीय|महारानी एलिज़ाबेथ]] ने इस स्मारक पर मृतकों को श्रद्धांजलि दी थी। २०१३ में ब्रिटिश प्रधानमंत्री [[डेविड कैमरन|डेविड कैमरॉन]] भी इस स्मारक पर आए थे। विजिटर्स बुक में उन्होंनें लिखा कि "ब्रिटिश इतिहास की यह एक शर्मनाक घटना थी।"<ref>[http://www.dw.de/%E0%A4%9C%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%97-%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%95-%E0%A4%98%E0%A4%9F%E0%A4%A8%E0%A4%BE/a-16613002 dw.de-जलियाँवाला बाग "शर्मनाक" घटना]</ref>ति{{main|जलियाँवाला बाग हत्याकांड}}
 
[[चित्र:Jallianwallah.jpg|thumb|कांड के महीनों बाद 1919 में बाग़ का दृश्य]]
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[[चित्र:'The Martyr's' well at Jallianwala Bagh.jpg|thumb|शहीदी कुआं]]
 
[[अमृतसर]] के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में 484 शहीदों की सूची है, जबकि जलियाँवाला बाग़ में कुल 388 शहीदों की सूची है। ब्रिटिश राज के अभिलेख इस घटना में 200 लोगों के घायल होने और 379 लोगों के शहीद होने की बात स्वीकार करते है जबकि अनाधिकारिक आँकड़ों के अनुसार 1000 से अधिक लोग मारे गए और 2000 से अधिक घायल हुए। इस घटना के प्रतिघात स्वरूप सरदार [[उधम सिंह|उधमसिंह]] ने 13 मार्च 1940 को उन्होंने लंदन के कैक्सटन हॉल में इस घटना के समय ब्रिटिश लेफ़्टिनेण्ट गवर्नर मायकल ओ ड्वायर को गोली चला के मार डाला। उन्हें 31 जुलाई 1940 को फाँसी पर चढ़ा दिया गया।
 
==चित्र दीर्घा==