"जोग जलप्रपात": अवतरणों में अंतर

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| map = India Karnataka
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| location = [[सिद्दापुरासिद्दापुर]], [[उत्तर कन्नड़ जिला|उत्तर कन्नड़ ज़िला]]
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| elevation = 488 मीटर (1600 फ़ुट) [[समुद्र तल|समुद्रतल]] से
| type = प्रपात, विभाजित
| height = 253 मीटर (829 फ़ुट)
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== भूगोल ==
गेरसप्पा कर्नाटक तथा महाराष्ट्र राज्यों की सीमा पर [[शिवमोगाशिमोगा जिला|शिवमोगा जिले]] के प्रधान केंद्र से ९५ किमी दूर स्थित है। शिवमोगा से प्रपात तक मोटर मार्ग है, जो मनोरम जंगलों से होकर गया है। रास्ते में चार विश्रामगृह है।
 
यहाँ चार प्रपात हैं। ये प्रपात शिरावती नामक नदी के ऊँचाई से गिरने के कारण बनते हैं। प्रथम प्रपात मे, जिसे राजा कहते हें, जल ८२९ फुट की ऊँचाई से १३२ फुट गहरे कुंड में गिरता है। दर्शक ऊपर से इस अतल गड्ढ़े में देख सकते हैं। द्वितीय प्रपात में फेनिल जल का तीव्र प्रवाह घुमावदार मार्ग से होता हुआ एक गुहा में पहुँचता है, जहाँ से वह राजा प्रपात के कटाव में गिर जाता है। तीसरा प्रपात कुछ दक्षिण हटकर है। इसमें से जल की धारा फेन के रूप में, झटके से, निरंतर निकलती रहती है और आतिशबाजी के अग्निबाण की भाँति रंग-बिरंगे चमकीले बिंदुओं में बिखरकर नीचे गिरती है। इसके भी दक्षिण चतुर्थ प्रपात की फीते समान पानी की चादरों का क्रम है, जो शिला की ढालवाँ सतह से नीचे गिरती हैं। इस प्रपात का सबसे सुंदर दृश्य कर्नाटक की ओर से दिखाई पड़ता है। जहाँ पानी गिरता है वहाँ तक पहुँचने का मार्ग कठिन है, किंतु वहाँ तक पहुँचे बिना प्रपात की शोभा का पूरा आनंद नहीं मिल सकता।
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== इन्हें भी देखें ==
* [[उत्तर कन्नड़ जिला|उत्तर कन्नड़ ज़िला]]
* [[शारावती नदी]]
* [[सिद्दापुर]]ा
* [[सिद्दापुरा]]
 
== सन्दर्भ ==