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[[चित्र:Scorpius constellation map.svg|thumb|वॄश्चिक तारामंडल]]
[[चित्र:ScorpiusCC.jpg|thumb|बिना दूरबीन के रात में वॄश्चिक तारामंडल की एक तस्वीर (जिसमें काल्पनिक लक़ीरें डाली गयी हैं)]]
'''वॄश्चिक''' या '''स्कोर्पियो''' ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]: Scorpio या Scorpius) [[तारामंडल]] [[राशिचक्र]] का एक तारामंडल है। पुरानी खगोलशास्त्रिय पुस्तकों में इसे अक्सर एक बिच्छु के रूप में दर्शाया जाता था। आकाश में इसके पश्चिम में [[तुला तारामंडल]] होता है और इसके पूर्व में [[धनु तारामंडल]]। यह एक बड़ा तारामंडल है जो [[खगोलीय गोला|खगोलीय गोले]] के दक्षिणी भाग में [[आकाशगंगा]] (हमारी [[मन्दाकिनी|गैलेक्सी]]) के बीच में स्थित है।<ref> Fred Schaaf (Macmillan 1988) 40 Nights to Knowing the Sky: A Night-by-Night Sky-Watching Primer, p. 79, ISBN 9780805046687.</ref>
 
== तारे ==
वॄश्चिक तारामंडल में १५ मुख्य तारे हैं, हालांकि वैसे इसमें ४७ ज्ञात तारे स्थित हैं जिनको [[बायर नामांकन|बायर नाम]] दिए जा चुके हैं। वैज्ञानिकों को सन् २०१० तक इनमें से १३ तारों के इर्द-गिर्द २६ ग्रह परिक्रमा करते हुए पा लिए थे। इस तारामंडल में बहुत से [[चमक|रोशन]] तारे है, जैसे की [[ज्येष्ठा तारा|ज्येष्ठा]] (अन्तारॅस, α Sco), ग्राफियास (β1 Sco), [[मूल तारा]] (λ Sco), जुबहा (δ Sco), [[थेटा स्कोर्पाए तारा|सरगस]] (θ Sco), वाग़ैराह।
 
== इन्हें भी देखें ==