"रुबाई": अवतरणों में अंतर
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[[उर्दू साहित्य]] में चार पंक्तियों की उस [[काव्य|कविता]] को रुबाइ कहते हैं जिनमें एक ही विचार प्रकट किया गया हो। इनमें हर प्रकार के विचार लाए जा सकते हैं। पर प्रायः इसमें लाए जाने वाले विचार दार्अशनिक होते हैं।
[[श्रेणी:उर्दू छंद]]
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