"शेषनाग": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Shesh shaiya Vishnu.jpg|right|thumb|250px|'''शेष-शायी विष्णु''' (शेष पर शयन करते विष्णु)]]
[[कद्रू]] से उत्पन्न [[कश्यप]] के पुत्र जो नागों में प्रमुख थे। इनके सहस्र (हजार) फणों के कारण इनका दूसरा नाम 'अनंत' है। यह सदा [[पाताल]] में ही रहते थे और इनकी एक कला [[क्षीर सागर|क्षीरसागर]] में भी है जिसपर [[विष्णु]] [[भगवान]] शयन करते हैं। अपनी तपस्या द्वारा इन्होंने [[ब्रह्मा]] से संपूर्ण [[पृथ्वी]] धारण करने का वरदान प्राप्त किया था। [[लक्ष्मण]] जी शेषनाग के ही अवतार माने जाते हैं।
कथित है कि शेषनाग श्री कृष्ण के दाऊ अर्थात् बलराम के भी अवतार है।