"नवगीत": अवतरणों में अंतर
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{{स्रोत कम|date=मार्च 2013}}
'''नवगीत''', [[हिन्दी]] काव्य-धारा की एक नवीन [[विधा]] है।<ref>{{cite book |title=सामयिक निबन्ध |publisher=प्रतियोगिता दर्पण |isbn=9788174828651 |url=https://books.google.co.in/books?id=QyuqBQAAQBAJ&pg=PA26 |language=hi}}</ref> इसकी प्रेरणा [[सूरदास]], [[तुलसीदास]], [[मीरा बाई|मीराबाई]] और लोकगीतों की समृद्ध भारतीय परम्परा से है। हिंदी में तो वैसे [[महादेवी वर्मा]], निराला, बच्चन, सुमन, गोपाल सिंह नेपाली आदि कवियों ने काफी सुंदर गीत लिखे हैं और गीत लेखन की धारा भले ही कम रही है पर कभी भी पूरी तरह रुकी नहीं है। वैसे रूढ़ अर्थ में नवगीत की औपचारिक शुरुआत [[नयी कविता]] के दौर में उसके समानांतर मानी जाती है। "नवगीत" एक यौगिक शब्द है जिसमें नव (नयी कविता) और गीत (गीत विधा) का समावेश है।<ref>हिन्दी साहित्य का अद्यतन इतिहास, डा० मोहन अवस्थी, पृ० ३०२</ref>
== गीत और नवगीत में अन्तर ==
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