"गढ़ मुक्तेश्वर": अवतरणों में अंतर

41 फुट विशाल श्री हनुमान मूर्ति।
छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है
पंक्ति 17:
| subdivision_type = राष्ट्र
| subdivision_name = {{flag|भारत}}
| subdivision_type1 = [[भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश|राज्य]]
| subdivision_name1 = [[उत्तर प्रदेश]]
| subdivision_type2 = [[उत्तर प्रदेश के जिलेज़िले|जिला]]
| subdivision_name2 = [[हापुड़ जिला|हापुड़]]
| established_title = <!-- Established -->
पंक्ति 55:
'''गढ़मुक्तेश्वर''', [[भारत]] के [[उत्तर प्रदेश]] राज्य के [[हापुड़]] जिले का शहर एवं तहसील मुख्यालय है। इसे गढ़वाल राजाओं ने बसाया था। [[गंगा नदी]] के किनारे बसा यह शहर गढ़वाल राजाओं की राजधानी था; बाद में इसपर [[पृथ्वीराज चौहान]] का अधिकार हो गया।
 
'गढ़मुक्तेश्वर' [[राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र|राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली]] से १०० किलोमीटर दूर 'राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9' पर बसा है। गढ़मुक्तेश्वर [[मेरठ]] से 42 किलोमीटर दूर स्थित है और [[गंगा नदी]] के दाहिने किनारे पर बसा है। विकास की दृष्टि से गढ़मुक्तेश्वर सबसे पिछड़ी तहसील मानी जाती है, किन्तु सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यहाँ [[कार्तिक पूर्णिमा]] के अवसर पर लगने वाला '''गंगा स्नान पर्व''' उत्तर भारत का सबसे बड़ा मेला माना जाता है।
 
[[शिव पुराण|शिवपुराण]] के अनुसार, यहाँ पर अभिशप्त [[गण|शिवगणों]] की [[पिशाच]] योनि से मुक्ति हुई थी, इसलिए इस तीर्थ का नाम 'गढ़मुक्तेश्वर' अर्थात् 'गणमुक्तेश्वर (गणों को मुक्त करने वाले ईश्वर) नाम से प्रसिद्ध हुआ।
 
== पौराणिक महत्त्व ==
[[भागवत पुराण]] व [[महाभारत]] के अनुसार यह कुरु की राजधानी [[हस्तिनापुर]] का भाग था। आज पर्यटकों को यहाँ की ऐतिहासिकता और आध्यात्मिकता के साथ-साथ प्राकृतिक सुन्दरता भी खूब लुभाती है। मुक्तेश्वर शिव का एक मन्दिर और प्राचीन शिवलिंग कारखण्डेश्वर यहीं पर स्थित है। [[काशी]], [[इलाहाबाद|प्रयाग]], [[अयोध्या]] आदि तीर्थों की तरह 'गढ़ मुक्तेश्वर' भी पुराण उल्लिखित तीर्थ है। [[शिव पुराण|शिवपुराण]] के अनुसार 'गढ़ मुक्तेश्वर' का प्राचीन नाम 'शिव वल्लभ' (शिव का प्रिय) है, किन्तु यहाँ भगवान मुक्तीश्वर (शिव) के दर्शन करने से अभिशप्त शिवगणों की पिशाच योनि से मुक्ति हुई थी, इसलिए इस तीर्थ का नाम 'गढ़ मुक्तीश्वर' (गणों की मुक्ति करने वाले ईश्वर) विख्यात हो गया। [[पुराण]] में भी उल्लेख है- ''गणानां मुक्तिदानेन गणमुक्तीश्वर: स्मृत:।''
 
== व्यापार ==