"आत्मघाती हमला": अवतरणों में अंतर

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यद्यपि आत्मघाती हमले इतिहास में पहले भी हुए हैं और [[द्वितीय विश्वयुद्ध]] के दौरान जापानी हवाई दस्ते के कमिकाजी उढ़ाके तो इसके लिए प्रसिद्ध हैं किन्तु यह १९८० के दशक के बाद हुए विशेष हमलों के लिए रूढ़ हो गया है जिसमें व्यक्ति जानबूझकर अपने शरीर या वाहन आदि में विस्फोटक भरकर अप्रत्याशित रूप से उसका विस्फोट सार्वजनिक स्थलों या सरकारी प्रतिष्ठानों पर करता है।
 
'''फ़िदायीन हमला''' आतंकवादियों द्वारा प्रयोग की जाने वाली एक [[आत्मघाती]] रणनीति है। सामान्य: इस तरह के हमलों को विशेष रूप से भारतीय राज्य [[जम्मू और कश्मीर]] में आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिया जाता हैं। फ़िदायीन हमले मे एक फ़िदायीन (उग्रवादी, जो सामान्यः एक पुरुष होता है) खुद को हथियारों और गोला बारूद से लैस करता है, फिर वो एक सैन्य आधार, सुरक्षा चौकी या एक सैन्य संस्थापन मे प्रवेश करता है और फिर वो इन कानून के रखवाले, सैन्य अधिकारिओं और जवानों पर अंधाधुंद गोलीबारी शुरु कर देता है। इस गोलीबारी वो जब तक जारी रखता है जब तक उसका सारा [[असला]] खत्म नहीं हो जाता और इसके बाद उसे लगभग हमेशा ही सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया जाता है। फ़िदायीन आतंकवादी हमले के बाद हमेशा भागने की कोशिश करते हैं पर लगभग हमेशा ही इन्हें सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया जाता है क्योंकि यह उग्रवादी कभी भी हमले के बाद भागने की योजना नहीं बनाते बस उसके बाद मौका मिलने पर भागने की कोशिश करते हैं। यह आतंकवादी, आत्मघाती हमलावरों ([[आत्मघाती हमला|मानव बम]]) की तरह, हमले के निष्पादन के दौरान मरने के लिए तैयार रहते हैं।Pulwama attack is example of that type attack.
 
==इन्हें भी देखें==