"सुखोई एसयू-7": अवतरणों में अंतर

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|status= कोरियाई पीपुल्स आर्मी एयर फोर्स मे अभी भी सीमित सेवा में
|primary user= सोवियत वायु सेना
|more users= [[भारतीय वायुसेना|भारतीय वायु सेना]]
|produced= 1957–1972
|number built= 1,847 (मुख्य रूप से सुखोई एसयू-7बी श्रृंखला)
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'''सुखोई एसयू-7 (Sukhoi Su-7)''' (नाटो पदनाम नाम: फिटर-ए) 1955 में [[सोवियत संघ]] द्वारा विकसित एक स्वस्त्र पंख, सुपरसोनिक [[लड़ाकू विमान]] था। यह सामरिक, निम्न स्तरीय डॉफफायटर के रूप में डिजाइन किया गया था, लेकिन इस भूमिका में यह सफल नहीं हुआ। दूसरी ओर, सुखोई एसयू-7 के बाद 1960 के दशक की शुरू सुखोई एसयू-7बी श्रृंखला मुख्य [[सोवियत संघ|सोवियत]] लड़ाकू-बमवर्षक और जमीन पर हमले वाला [[विमान]] बन गया। सुखोई एसयू-7 अपनी सादगी में असभ्य था, लेकिन इसकी कमियों में कम दूरी और कम हथियार लोड शामिल थे।
 
== संचालन इतिहास ==
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=== भारत ===
[[भारतीय वायुसेना|भारतीय वायु सेना]] (आईएएफ) ने पाकिस्तान के साथ [[१९७१ का भारत-पाक युद्ध|1971 के युद्ध]] में व्यापक रूप से सुखोई एसयू-7 का इस्तेमाल किया। छह स्क्वाड्रन के कुल 140 विमान ने युद्ध के दौरान लगभग 1,500 आक्रमणपूर्ण उड़ानों की उड़ान भरी। भारतीय वायु सेना ने अपने सुखोई एसयू-7 के साथ एक बहुत ही उच्च परिचालन गति को बरकरार रखा। भारतीय वायु सेना ने छह पायलट प्रति दिन की दर से रोजाना अभियास करते थे। चौदह सुखोई एसयू-7 1971 के युद्ध के दौरान खो गए थे। युद्ध के बाद, यह पाया गया कि विमान को उच्च क्षतिपूर्ति थी, भारी क्षति प्राप्त करने के बावजूद सुखोई एसयू-7 उड़ान भरने मे सक्षम रहे। और कई पायलेट उच्च क्षतिपूर्ति हुए विमान से सुरक्षित रूप से वापिस आए थे। उदाहरण के लिए, विंग कमांडर एच.एस.मंगट के सुखोई एसयू-7 को [[पाकिस्तानी वायुसेना]] के जे-6 विमान ने एक सिडवाइंडर मिसाइल से बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। प्रभाव इतना गंभीर था कि आधा पतवार गायब हो हया, लिफ्ट, एलियलेन और फ्लैप गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, और आधा मिसाइल चुट पाइप में फंस गया था। लेकिन फिर भी पायलट सुरक्षित रूप से सुखोई एसयू-7 के साथ अपने बेस पर वापस आए थे।
 
==ऑपरेटर्स==
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;{{IND}}
[[File:B784 (13988518612).jpg|thumb|right|भारतीय वायु सेना सुखोई एसयू-7 भारतीय वायु सेना अकादमी संग्रहालय में संरक्षित]]
*[[भारतीय वायुसेना|भारतीय वायु सेना]] – सुखोई एसयू-7 140 को 1968 में वितरित किया गया था, जिससे छह स्क्वाड्रनों को बनाया गया था। अतिरिक्त 14 आहरण प्रतिस्थापन प्रदान किए गए थे। अंतिम इकाइi को 1986 में सेवानिवृत्त किया गया था।<ref>Rakshak, Bharat. [http://www.bharat-rakshak.com/IAF/History/Aircraft/Su-7.html "Su-7."] ''IAF History.'' Retrieved; 28 January 2011.</ref>
 
;{{Flag|इराक}}
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==इन्हें भी देखें==
* [[सोवियत संघ]]
* [[भारतीय वायुसेना|भारतीय वायु सेना]]
* [[सुखोई एसयू-27]]
* [[सुखोई एसयू-33]]