"वैद्युत-रासायनिक सेल": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:ElectrochemCell.png|right|thumb|300px|[[डेनियल सेल]] से मिलता-जुलता एक प्रदर्शन विद्युतरासायनिक सेल। इसमें दो अर्ध-सेल हैं जो एक लवण-सेतु से जुड़े हैं जिससे होकर एक अर्श सेल से दूसरे में [[आयन]] आते-जाते हैं। इसके द्वारा वाह्य परिपथ में इलेक्ट्रान बहाये जाते हैं।]]
उन सभी युक्तियों को '''वैद्युत-रासायनिक सेल''' (electrochemical cell) कहते हैं जो [[रासायनिक अभिक्रिया]] के माध्यम से [[विद्युत ऊर्जा]] उत्पन्न करते हैं या जिनमें विद्युत ऊर्जा देने से उनके अन्दर रासायनिक अभिक्रिया होने लगती है या उसकी गति बढ़ जाती है। 1.5-वोल्ट का [[शुष्क सेल]] इसका एक सर्वसामान्य उदाहरण है। कई सेलों को श्रेणीक्रम या समान्तर क्रम में जोड़ने से [[विद्युत कोष|बैटरी]] बनती है। वाहनों की १२ वोल्ट की बैटरी इसका आम उदाहरण है।
 
'''वैद्युत-रासायनिक सेल''' वह युक्ति है जिसमे Redox अभिक्रिया अप्रत्यक्ष रूप से संपन्न होती है तथा मुक्त ऊर्जा '''वैद्युत ऊर्जा के रूप मे प्रकट होती है वह वैद्युत-रासायनिक सेल कहलाते है'''
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==इन्हें भी देखें==
*[[पुनर्भरणीय विद्युत्कोष|पुनर्भरणीय बैटरी]]
*[[मानक एलेक्ट्रोड विभव|विद्युतरासायनिक श्रेणी]]
*[[विद्युतरासायनिक विभवान्तर]]
*[[विद्युत कोष]] (एलेक्ट्रिक सेल)