"जलना (चिकित्सा)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) विलय पूर्ण हुआ। |
छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है |
||
पंक्ति 1:
[[चित्र:VerbrennungGrad2a.jpg|right|thumb|300px|हाथ में द्वितीय श्रेणी (2a) का दाह]]
[[शरीर]] के किसी एक या अनेक अंगों का '''जलना''' एक प्रकार की [[दुर्घटना]] है जो [[ऊष्मा|उष्मा]], [[विद्युत]], [[रसायन]], [[प्रकाश]], [[विकिरण]] या [[घर्षण]] आदि से हो सकती है। बहुत ठण्डी चीजों के सम्पर्क में आने से भी शरीर "जल" सकता है जिसे "शीत-जलन" (कोल्ड बर्न) कहते हैं। विश्व में प्रति वर्ष सहस्त्रों व्यक्ति दाह से मरते हैं और इससे बहुत अधिक संख्या में अपंग होकर समाज के भार बन जाते हैं। दाह रोग प्राय: असाध्य नहीं होता।
== प्रकार ==
|