"गुरु नानक": अवतरणों में अंतर

अनावश्यक सामग्री हटाई।
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इनके उपदेश का सार यही होता था कि ईश्वर एक है और उनकी उपासना हिंदू मुसलमान दोनों के लिये हैं। मूर्तिपुजा, बहुदेवोपासना को ये अनावश्यक कहते थे। हिंदु और मुसलमान दोनों पर इनके मत का प्रभाव पड़ता था।
 
== हिंदी साहित्य से संबंध ==
 
== मृत्यु ==