"रविदास": अवतरणों में अंतर

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जन्म 1377 मृत्यु 1528
 
संत शिरोमणि, जगतगुरू,रविदास सतगुरू,(रैदास गुरू) जी वैष्णवाचार्य रामानंदाचार्य रविदास जी महाराज, के शिष्य हुवे । रैदास का जन्म चर्मकार कुल में हुआ । वह भक्तिकाल के महान संत हुवे । ये भारत देश के उन चुनिंदा महापुरुषों में से एक हैं, जिन्होंने अपने रूहानी वचनों से सारे संसार को एकता, भाईचारा का उपदेश दिया, गुरू रविदास जी की अनूप महिमा को देख कईकर राजेराजा और रानियां उनकी शरण में आए, गुरू रविदास जी ने जीवन भर समाज में फैली कुरीतियों, जैसे - जाति-भेदभाव, धर्म-भेदभाव के अंत के लिए काम किया, उनका मानना था कि जात पात पूछे ना कोई , हरि को भजे सो हरि को होई
 
आपके अनुयायी आपको " संत शिरोमणि " जगतगुरू " सतगुरू " गुरू रविदास जी महाराज " नाम से आदर-सम्मान-सत्कार करते हैं, आपने अपनी दया दृष्टि से करोड़ों लोगों का उद्धार किया जैसे :- मीराबाई, झालाबाई, सिकंदर लोधी, राजा पीपा, राजा नागरमल, राजा भैनसिंह आदि।
 
== जीवन ==