"चन्द्रशेखर आज़ाद": अवतरणों में अंतर
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== झांसी में क्रांतिकारी गतिविधियां ==
चंद्रशेखर आजाद ने एक निर्धारित समय के लिए झांसी को अपना गढ़ बना लिया। झांसी से पंद्रह किलोमीटर दूर ओरछा के जंगलों में वह अपने साथियों के साथ निशानेबाजी किया करते थे। अचूक निशानेबाज होने के कारण चंद्रशेखर आजाद दूसरे क्रांतिकारियों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ पंडित हरिशंकर ब्रह्मचारी के छ्द्म नाम से बच्चों के अध्यापन का कार्य भी करते थे। वह धिमारपुर गांव में अपने इसी छद्म नाम से स्थानीय लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गए थे। झांसी में रहते हुए चंद्रशेखर आजाद ने गाड़ी चलानी भी सीख ली थी।<ref>{{Cite web|url=https://www.patrika.com/jhansi-news/chandrashekhar-azad-activities-in-jhansi-4946765/|title=जश्न-ए-आजादीः अज्ञातवाश में यहां रहे चंद्रशेखर आजाद, उन्हीं के नाम पर है शहर में एक मुहल्ला|last=|first=|date=|website=पत्रिका|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>
== क्रान्तिकारी संगठन ==
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