"शिया इस्लाम": अवतरणों में अंतर
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ये बात ध्यान देने योग्य है कि [[उमर]] का पुत्र [[अब्दुल्लाह बिन उमर]] ने अपने बाप के उलट [[अली]] को ही पैग़म्बर का वारिस माना और [[अबुबकर]] के बेटे [[मुहम्मद बिन अबुबकर]] ने भी अपने दादा यानी [[कहाफ़ा]] की तरह अली का ही साथ दिया!
=== उस्मान की ख़िलाफ़त ===
उमर के बाद तीसरे खलीफ़ा [[उस्मान बिन अफ़्फ़ान|उस्मान]] बने। [[उस्मान]] ने पैग़म्बर के समय के [[बद्र की लड़ाई]] और कई अन्य कई मार्को पर जारी किए हुए वृत्तियाँ अर्थात वज़ीफ़े जो तत्कालीन इस्लामी योद्धाओं को युद्ध में अपंगता या शहीद हो जाने के एवज में दिए जाते थे, बन्द कर दिए और [[बैतुल माल |सरकारी खजाने]] से बहुत अधिक खर्च अपनी इच्छा से करना शुरू कर दिया ! अपने संबंधियों को उच्च पद और गवर्नर नियुक्त कर दिया ! ये सब देख कर लोगों ने उनके खिलाफ बग़ावत की और उन्हें "नासिल" अर्थात गया"गबन करने वाला" घोषित करके उनके खिलाफ जंग छेड़ दी ! उस्मान ने बचने का बहुत
== खलीफा अली और परवर्ती विवाद ==
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