"बाड़मेर": अवतरणों में अंतर

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=== हुडो की ढाणी ===
यह बायतु तहसील का एक गाँव है। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर सुनहरे धौरो के बीच बसा हुआ एक गाँव है। यहाँ पर भगवान ठाकुरजी का प्रसिद मन्द्रिर है। यहा पर हर-वर्ष ज्येष्ठ सुदी दशम को भव्य जागरण होती है एवं ग्यारस को मेला भरा जाता है। और बाबा रामदेव जी का प्रसिद़ मन्दिर है। भादवा शुदी ग्यारस को बाबा की जागरण रखी जाती है। एवं श्रावण सुदी 15 से 15 भादवा सुदी तक बाबा रामदेव जी के पैदलयात्रियो के लिए भोजन एवं रुकने के लिए उतम व्यवस्था है। इस गांव के विकास में श्री राम पारीक का अति महत्वपूर्ण योगदान है उन्होंने यहां शिक्षा की अलख जगाई तथा उन्हीं के प्रयासों से सन 1957 में उच्च प्राथमिक विद्यालय तथा सन 1980 में माध्यमिक विद्यालय गांव में बन गया। आज इस गांव का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बड़ा ही रमणीक एवं उद्यान के रूप में है इस विद्यालय में नाना प्रकार के पौधे दुर्लभ प्रजाति के पौधे तथा पानी की पर्याप्त व्यवस्था होने के कारण यह पक्षियों का ग्रामीण इलाके का अजायबघर है ।
 
=== विरात्रा माता का मेला ===