"शरद ऋतु": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो 103.217.132.217 (Talk) के संपादनों को हटाकर EatchaBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
No edit summary |
||
पंक्ति 12:
'''शरद ऋतु''', जिसे '''पतझड़''' भी कहते हैं, चार [[शीतोष्ण कटिबन्ध|शीतोष्ण]] [[ऋतु]]ओं में से एक हैं।
==साहित्य में शरद ऋतु का वर्णन==
तुलसीदासजी ने रामचरितमानस में शरद ऋतु का गुणगान करते हुए लिखा है -
''
|