"तीतर": अवतरणों में अंतर
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ये आमतौर पर खेतों मे,जंगलों में या उँचे स्थानों पर घोसला बनाती हैं । खेतों में कीटनाशकों का उपयोग , कृषि के मशीनीकरण के कारण इनको भोजन हेतु कीटों तथा घोसलों एक के नष्ट होने के कारण इनकी संख्या लगातार घट रही है।ये एक बार में 4 से 10 अंडे देते हैं । इनके चूजें पंद्रह दिन में उड़नें लगते हैं।
==संस्कृति में ==
* [[यजुर्वेद]] की दो प्रमुख शाखाओं में से एक तैत्तिरीय शाखा कहा जाता है जो तीतर की तरह ज्ञान चुनने (चुगने) के लिए नामित है। उसी शाखा के द्वारा [[तैत्तरीय उपनिषद]] लिखा गया है।
[[श्रेणी:तीतर]]
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