"हकीम खाँ सूरी": अवतरणों में अंतर
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महाराणा प्रताप की तरफ से लड़े।
जबकि कई राजपूत राजा उस समय अकबर की तरफ से लड़े थे।
हल्दीघाटी के युद्ध मे लड़ते लड़ते [[शहीद|शहिद]] होकर अमर हो गए।
*एक बात तो सामने आयी है की हल्दीघाटी के युध्द में राणा प्रताप जी हारे नहीं (वह विजय चित्तोड के भीषण नरसहार 1568 का बदला था) हल्दीघाटी युद्ध मे आक्रमण के प्रमुख महान योध्दा हकीम खान सुर थे उनकी वजह यह विजय प्राप्त हूआ!
*डाॅ.चंद्रशेखर शर्मा,चारणकार रामा सांधू (जो प्रत्यक्ष युद्ध देख रहा था ),डाॅ गोपीनाथ मुंडे इनका कथन सच है लेकीन फजल,बदायूनी, टाॅड ने (made the bundle of mistakes )ऐसा अंग्रेज लेखक सर एलीयट ने कहा था!नैनसी ने भी झूट का सहारा लीया जो1666 में अपने नोकरी से सस्पेंड हूआ था!
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