"झाबुआ ज़िला": अवतरणों में अंतर

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गुलालिया कहते है भगोरिये को
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झाबुआ पर सदियों से आदिवासी राजाओ का शासन रहा। प्रथम [[भील]] राजा [[कसुमर]] थे । कसुमर जी की पूजा की जाती है। यहाँ [[शुक भील]] का शासन रहा।<<ref>>{{cite https://www.google.com/amp/s/mnaidunia.jagran.com/lite/madhya-pradesh/jhabua-jhabua-news-1476259}}<</ref>>
 
== मुख्य आकर्षण ==गुलालिया/भोंगरिया/भोंगर्या हाट
भगोरिया /भोंगरिया/भोंगर्या हाट
 
प्राय: झाबुआ व इसके आसपास अलीराजपुर बड़वानी धार महाराष्ट्र गुजरात के कुल 150 से ज्यादा स्थानों पर मनाया जाता है झाबुआ के आस-पास का समाज हमेशा से प्रकृति से जुड़ा रहा होगा ।यहां की उत्तम परंपराएं व रिती रिवाज जिन को जानने समझने की जरूरत है ऐसा ही यह भगोरिया हाट है पूरे 7 दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर मनाया जाता है ।