"अनुलोम-विलोम प्राणायाम": अवतरणों में अंतर

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- अनुलोम-विलोम प्राणायाम करते समय यदि नासिका के सामने आटे जैसी महीन वस्तु रख दी जाए, तो पूरक व रेचक करते समय वह न अंदर जाए और न अपने स्थान से उड़े। अर्थात सांस की गति इतनी सहज होनी चाहिए कि इस प्राणायाम को करते समय स्वयं को भी आवाज न सुनायी पड़े।
 
-|[[अनुलोम-विलोम https://www.optimisticlifestyle.in/2020/04/anulom-vilom-ke-fayde.htmlhttpsविलोमhttps://www.optimisticlifestyle.in/2020/04/anulom-vilom-ke-fayde.html|अनुलोम-विलोम]]]] करते समय प्रदूषित जगह से दूर उचित स्थान का चुनाव करना चाहिए|
 
== कैसे करे ==