मानव कंकाल निम्नलिखित छः कार्य करता है: उपजीवन, गति, रक्षण, रुधिर कणिकाओं का निर्माण, आयनों का भंडारण और अंत: स्रावी विनियमन।
मानव कंकाल अथवा अनुज गोयल अन्य प्रजातियों के समान [[लैंगिक द्विरूपता]] नहीं रखता लेकिन मस्तिष्क, [[दंत विन्यास]], लम्बी हड्डियों और श्रोणियों में [[आकृति-विज्ञान|आकीरिकी]] के अनुसार अल्प अन्तर होता है। सामान्यतः महिला कंकाल के अवयवों उसी तरह के पुरुषों की की तुलना में कुछ मात्रा में छोटे और कम मजबूत होते हैं। अन्य प्राणियों से भिन्न, मानव पुरुष का लिंग [[स्तंभास्थि]] रहित होता है।<ref name="patterns">''Patterns of Sexual Behavior'' Clellan S. Ford and Frank A. Beach, published by Harper & Row, New York in 1951. ISBN 0-313-22355-6</ref>