"शेषनाग": अवतरणों में अंतर
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पुराणों की एक कहानी में, शेषा के छोटे भाई वासुकी ने मंदरा को ढाला, ताकि देवों और असुरों द्वारा समुद्र के मंथन में इसका उपयोग किया जा सके।
['''अन्य नाम''']
•शेषनाग (शेष नाग)
•आदेशशा (पहला शेषा)
•अनंतश्रेष्ठ (अंतहीन शेष)
•अनंत (अनंत / अनंत)
•वैकल्पिक वर्तनी: सेसा, शेषा, esae .a
•शेषा सयाना या नागर सयाना का अर्थ है विष्णु जो शेषनाग पर सोता है
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