"डेवी दशमलव वर्गीकरण": अवतरणों में अंतर
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दशमलव वर्गीकरण ने सापेक्ष स्थान और सापेक्ष सूचकांक की अवधारणाओं को पेश किया, जो विषय के आधार पर नई पुस्तकों को उनके उपयुक्त स्थान में एक पुस्तकालय में जोड़ने की अनुमति देता है। वर्गीकरण का अंकन मुख्य वर्गों के लिए तीन अंकों के हिंदू-अरबी अंकों का उपयोग करता है।<ref>Chapter 17 in {{cite book |last1=Joudrey|first1=Daniel N.|last2=Taylor|first2=Arlene G.|last3=Miller|first3=David P.|title=Introduction to Cataloging and Classification|date=2015|publisher=Libraries Unlimited/ABC-CLIO|location=Santa Barbara, CA|edition=11th|isbn = 978-1-59884-856-4}}</ref>
पुस्तकालय एक वर्गीकरण संख्या प्रदान करता है जो स्पष्ट रूप से अपने विषय के आधार पर पुस्तकालय में अन्य पुस्तकों के सदृश एक विशेष मात्रा का पता लगाता है। यह संख्या किसी भी पुस्तक को खोजने और उसे पुस्तकालय की अलमारियों पर उसके उचित स्थान पर वापस करने के कार्य को संभव तथा सरल बनाती है। वर्गीकरण प्रणाली का उपयोग कम से कम 135 देशों के 200,000 पुस्तकालयों में किया जाता है।
== वर्ग 000–कम्प्यूटर विज्ञान, सूचना तथा सामान्य कार्य ==
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