"युग वर्णन": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 66:
*[[पाप]] - १५
*पुण्य - ५
*अवतार – [[कल्कि]] ([[ब्राह्मण]]निषादवंशि विष्णु यश के घर)।
*कारण – मनुष्य जाति के उद्धार अधर्मियों का विनाश एंव धर्म कि रक्षा के लिए।
*[[मुद्रा (भाव भंगिमा)|मुद्रा]] – [[लोहा]]