"हदीस": अवतरणों में अंतर

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→‎परिचय: हज़रत मुहम्मद के बाद हो दुआ थी उसे सही किया जो कि सही (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ) है |
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== परिचय ==
{{मुहम्मद}}
[[इस्लाम|इस्लाम धर्म]] और दुनिया के सभी [[मुसलमान|मुसलमानो]] के लिए पवित्र [[क़ुरआन]] के बाद सबसे ज़्यादा महत्व अगर किसी चीज का है तो वो हैं हदीस, कुछ के लिए ये क़ुरआन जितनी ही महत्व रखती हैं जो ये मानते हैं कि [[मुहम्मद|पैगम्बर मुहम्मद [स्वल्लल्लाहुसल्लल्लाहु अलैहि वस्सल्लमवसल्लम]]] का हर कथन हर बात उनकी एक ईश्वरीय सन्देश हैं जिसके बिना क़ुरआन समझना संभव नहीं यानि उनकी बातें क़ुरआन की व्यहवारिक विस्तार में समझ है।
 
इस्लाम और एक उसकी के मूल ग्रंथ क़ुरआन में अधिकतर विषयों पर जो आदेश-निर्देश, सिद्धांत, नियम, क़ानून, शिक्षाएँ, ज्ञान-विज्ञान की बातें एवं पिछली क़ौमों के वृत्तांत, रसूलों के आह्नान और सृष्टि व समाज से संबंधित बातों तथा एकेश्वरत्व के तर्क, अनेकेश्वरत्व के खंडन और परलोक-जीवन आदि की चर्चा हुई है, वह संक्षेप में है। इन सब की विस्तृत व्याख्या का दायित्व इस्लाम के अनुसार ईश्वर ने पैग़म्बर पर रखा।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/हदीस" से प्राप्त