"हकीम खाँ सूरी": अवतरणों में अंतर

छो इस लेख में बताया है कि हल्दी घाटी के युद्ध में माहाराणा प्रताप के वीर योद्धा 'हकीम खाँ सूरी' एक मात्र सरदार थे।
छो Navsharma1993 (Talk) के संपादनों को हटाकर Hitesh mahar के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
पंक्ति 10:
*डाॅ.चंद्रशेखर शर्मा,चारणकार रामा सांधू (जो प्रत्यक्ष युद्ध देख रहा था ),डाॅ गोपीनाथ मुंडे इनका कथन सच है लेकीन फजल,बदायूनी, टाॅड ने (made the bundle of mistakes )ऐसा अंग्रेज लेखक सर एलीयट ने कहा था!नैनसी ने भी झूट का सहारा लीया जो1666 में अपने नोकरी से सस्पेंड हूआ था!
*देश के गद्दारो के दरबार में नोकरी करने वाले लेखक कैसे न्याय कर सकते थे इतिहास के साथ -सुधीर जोर्वेकर
*हल्दी घाटी के युद्ध में [[महाराणा प्रताप|माहाराणा प्रताप]] के वीर योद्धा '[[हकीम खाँ सूरी]]' एक मात्र सरदार थे।<ref>{{Cite web|url=https://www.paigamehind.com/2020/05/maharanapratapjayanti.html|title=महाराणा प्रताप से जुड़े अदभुत रोचक तथ्य|last=Sharma|first=Navdeep|date=|website=पैगाम-ए-हिंद|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=2020-05-09}}</ref>
 
[[श्रेणी:राजस्थान का इतिहास]]