"गुर्जर": अवतरणों में अंतर

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| populated_states = [[भारतीय उपमहाद्वीप]], मुख्यतः [[उत्तर भारत]], [[सौराष्ट्र]] ([[गुजरात]])
| languages = [[हिन्द-आर्य भाषाएँ]]
| religions = मुख्यतः [[हिन्दू धर्म|हिन्दू]], अन्य:[[सिख]],[[ मुस्लिम]]
}}
'''गुर्जर''' अथवा '''गूजर''' भारतीय उपमहाद्वीप का एक जातीय समूह है।
 
गुर्जर लोग मुख्यत: [[उत्तर भारत]], [[पाकिस्तान]] और [[पाकिस्तानअफ़्ग़ानिस्तान]] में बसे हैं। भारत में गुर्जर [[गुजरात]], [[महाराष्ट्र]], [[दिल्ली]], [[राजस्थान]], [[हरियाणा]], [[मध्य प्रदेश]], [[उत्तर प्रदेश]], [[हिमाचल प्रदेश]], [[जम्मू कश्मीर]] जैसे राज्यों में फैले हुए हैं। राजस्थान में सारे गुर्जर हिंदू हैं।{{cn|date=अप्रैल 2020}} सामान्यत: गुर्जर [[हिन्दू]], [[सिख]] और, [[मुस्लिम]] आदि सभी धर्मो में देखे जा सकते हैं। मुस्लिम तथा सिख गुर्जर, हिन्दू गुर्जरो से ही परिवर्तित हुए थे। पाकिस्तान में गुजरावालां, फैसलाबाद और लाहौर के आसपास इनकी अच्छी ख़ासी संख्या है।{{cn|date=अप्रैल 2020}}
 
प्राचीन काल में युद्ध कला में निपुण रहे गुर्जर मुख्य रूप से [[खेती]] और [[पशुपालन]] के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। गुर्जर अच्छे योद्धा माने जाते थे और इसीलिए [[भारतीय सेना]] में अभी भी इनकी अच्छी ख़ासी संख्या है।{{cn|date=अप्रैल 2020}}
 
==नाम==
गुर्जर समुदाय को गुज्जर, गूजर, गोजर, गुर्जर, तथा गूर्जर आदिइत्यादि नामों से भी जाना जाता है। [[संस्कृत]] के विद्वानों के अनुसार, गुर्जर शुद्ध संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ 'शत्रु का नाश करने वाला' अर्थात 'शत्रु विनाशक' होता है।<ref name="ref04vugiq">[http://books.google.com/?id=zxtuAAAAMAAJ&q=gurjar+in+ramayan&dq=gurjar+in+ramayan&cd=4 Gujjars of Jammu and Kashmir], Indira Gandhi Rashtriya Manav Sangrahalaya, Page 4, ''... 'Gurjar' is a sanskrit word which has been explained thus: Gur+Ujjar; 'Gur' means 'enemy' and 'ujjar' means 'destroyer'. The word means 'Destroyer of the enemy' ...''</ref><ref name="ref28cocej">[http://books.google.com/?id=CsjUAAAAMAAJ&cd=4&dq=Gurjar+origin&q=gurjar#search_anchor Census of India, Volume 20, Part 6, Issue 27], India. Office of the Registrar General, Manager of Publications, Page 7, 1961, ''... These people used to enjoy a title of 'Gorjan' (Leader of masses).In sanskrit the word Gurjar was used and now-a-days Gujjar is used in place of Gurjar which predicts the qualities of a warrior community ...''</ref> प्राचीन महाकवि राजशेखर ने गुर्जर नरेश महिपाल को अपने [[महाकाव्य]] में ''दहाड़ता गुर्जर'' कह कर सम्बोधित किया है।<ref name="ref86jihoq">Gazetteer of the Bombay Presidency, Volume 9, Part 1, Bombay (India : State), Govt. Central Press, Page 481, 1901, ''... With the 'roaring Gujar' an ephithet in the Kupadvanj Rashtrakutta grant of AD 910 ...''</ref>
 
इस जाति का नाम [[अफ़्ग़ानिस्तान के राष्ट्रगान]] में भी आता है।{{cn|date=अप्रैल 2020}} गुर्जरों के ऐतिहासिक प्रभाव के कारण उत्तर भारत और पाकिस्तान के बहुत से स्थान गुर्जर जाति के नाम पर रखे गए हैं, जैसे कि भारत का [[गुजरात राज्य]], [[गुजरात्रा]] [[पाकिस्तानी पंजाब]] का [[गुजरात ज़िला]] और [[गुजराँवाला ज़िला]] और [[रावलपिंडी ज़िले]] का [[गूजर ख़ान]] शहर।{{cn|date=अप्रैल 2020}}
 
== उत्पत्ति ==
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इतिहास के अनुसार 5वी सदी में [[भीनमाल]] गुर्जर सम्राज्य की राजधानी थी तथा इसकी स्थापना गुर्जरो ने की थी। [[भरुच]] का सम्राज्य भी गुर्जरो के अधीन था। चीनी यात्री [[ह्वेन्सान्ग]] अपने लेखो में गुर्जर सम्राज्य का उल्लेख करता है तथा इसे 'kiu-che-lo' बोलता है।<ref name="ref06vefid">[http://persian.packhum.org/persian/index.jsp?serv=pf&file=80201011&ct=90 Juzr or Jurz], Persian Texts in Translation, The Packard Humanities Institute, Accessed 2007-05-31</ref>
 
छठी से 12वीं सदी में गुर्जर कई जगह सत्ता में थे। [[गुर्जर प्रतिहार राजवंश|गुर्जर-प्रतिहार वंश]] की सत्ता [[कन्नौज]] से लेकर [[बिहार]], [[उत्तर प्रदेश]], [[महाराष्ट्र]] और [[गुजरात]] तक फैली थी। [[मिहिरभोज]] को गुर्जर-प्रतिहार वंश का बड़ा शासक माना जाता है।है और इनकी लड़ाई [[बंगाल]] के [[पाल वंश]] और दक्षिण-भारत के [[राष्ट्रकूट]] शासकों से होती रहती थी। 12वीं सदी के बाद प्रतिहार वंश का पतन होना शुरू हुआ और ये कई हिस्सों में बँट गए जैसे राजपूत वंश (चौहान, सोलांकी, चदीला और परमार)। अरब आक्रान्ताओं ने गुर्जरों की शक्ति तथा प्रशासन की अपने अभिलेखों में भूरि-भूरि प्रशंसा की है।<ref name="ref64libuj">[http://books.google.co.in/books?id=3aeQqmcXBhoC&pg=PA195&dq India: a history], John Keay, Grove Press, Page 95, 2001, ISBN 978-0-8021-3797-5</ref>
 
इतिहासकार बताते हैं कि मुगल काल से पहले तक लगभग पूरा [[राजस्थान]] तथा [[गुजरात]], 'गुर्जरत्रा' (गुर्जरो से रक्षित देश) या गुर्जर-भूमि के नाम से जाना जाता था।<ref name="Ramesh Chandra Majumdar 1977 153">{{cite book|title=The History and Culture of the Indian People: The classical age|author=Ramesh Chandra Majumdar|coauthor=Achut Dattatrya Pusalker, A. K. Majumdar, Dilip Kumar Ghose, Vishvanath Govind Dighe, Bharatiya Vidya Bhavan|publisher=Bharatiya Vidya Bhavan|year=1977|page=153}}</ref>[[अरब]] लेखकों के अनुसार गुर्जर उनके सबसे भयंकर शत्रु थे। उन्होंने ये भी कहा है कि अगर गुर्जर नहीं होते तो वो भारत पर 12वीं सदी से पहले ही अधिकार कर लेते।<ref name="ref64libuj"/> [[पन्ना धाय]] जैसी वीरांगना पैदा हुई, जिसने अपने बेटे चन्दन का बलिदान देकर [[उदय सिंह]] के प्राण बचाए। बिशालदेव गुर्जर बैसला ([[अजमेर]] शहर के संस्थापक) जैसे वफादार दोस्त हुए जिन्होने दिल्ली का शासन तंवर राजाओं को दिलाने में पूरी जी-जान लगा दी। विजय सिंह पथिक जैसे क्रांतिकारी नेता हुए, जो राजा-महाराजा किसानो को लूटा करते थे, उनके खिलाफ आँदोलन चलाकर उन्होंने किसानो को मजबूत किया। मोतीराम बैसला जैसे पराक्रमि हुए जिन्होने मुगलो औऱ जाटो को आगरा में ही रोक दिया।{{cn|date=अप्रैल 2020}}
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गुर्जरों को अंग्रेजों ने ''क्रिमिनल ट्राइब'' (यानी बदमाश समुदाय) कह कर पुकारा था। इसलिए उस वक़्त अंग्रेज़ों की सरकार ने गुर्जरों को बागी घोषित कर दिया था, इसी वजह से गुर्जर जंगलों और पहाड़ों में रहने लगे और इसी वजह गुर्जर पढाई-लिखाई से वंचित रह गये।<ref name="ref06vefid"/>.
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==इन्हें भी देखें==
* [[गुर्जर प्रतिहार राजवंश]]