"उत्तरकाण्ड": अवतरणों में अंतर
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[[उत्तरकाण्ड]] [[वाल्मीकि]] कृत [[रामायण]] और गोस्वामी [[तुलसीदास]] कृत [[श्रीरामचरितमानस|श्री राम चरित मानस]] का एक भाग (काण्ड या सोपान) है।
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श्रीरामचन्द्रजीके गुणों का वर्णन करके उमापति महादेवजी हर्षित होकर कैलासको चले गये, तब प्रभुने वानरोंको सब प्रकाश से सुख देनेवाले डेरे दिलवाये।।14(ख)।।
==संदर्भ==
{{आधार}}
[[श्रेणी:रामायण के काण्ड]]
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