"पर्यायवाची": अवतरणों में अंतर

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==महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द==
 
* अतिथि- मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना।
* अलंकार- आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर।
* अहंकार- दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान।
* अहंकारी- गर्वित, अकडू, मगरूर, अकड़बाज, गर्वीला, आत्माभिमानी, ठस्सेबाज, घमंडी।
* अनुपम- अपूर्व, अतुल, अनोखा, अनूठा, अद्वितीय, अदभुत, अनन्य।
* अर्थ- हय, तुरङ, वाजि, घोडा, घोटक।
* अमृत- सुरभोग सुधा, सोम, पीयूष, अमिय, जीवनोदक ।
* अग्नि- आग, ज्वाला, दहन, धनंजय, वैश्वानर, रोहिताश्व, वायुसखा, विभावसु, हुताशन, धूमकेतु, अनल, पावक, वहनि, कृशानु, वह्नि, शिखी।
* असुर-यातुधान, निशिचर, रजनीचर, दनुज, दैत्य, तमचर, राक्षस, निशाचर, दानव, रात्रिचर।
* अश्व- हय, तुरंग, घोड़ा, घोटक, हरि, तुरग, वाजि, सैन्धव।
* अंधकार- तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा, तमस, अंधियारा।
* अतिथि- मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना।
* अर्थ- धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत, वित्त, पैसा।
* अरण्य- जंगल, वन, कानन, अटवी, कान्तार, विपिन।
* अनी- कटक, दल, सेना, फौज, चमू, अनीकिनी।
* अनादर- अपमान, अवज्ञा, अवहेलना, अवमानना, परिभव, तिरस्कार।
* अंग- अंश, अवयव, हिस्सा, संघटक, घटक, उपादान, खंड, भाग, टुकड़ा, शरीर, तन, देह, गात, गात्र।
* अभिमान- अस्मिता, अहं, अहंकार, अहंभाव, अहम्मन्यता, आत्मश्लाघा, गर्व, घमंड, दर्प, दंभ, मद, मान, मिथ्याभिमान।
* अंजाम- नतीजा, परिणाम, फल।
* अंत- समाप्ति, अवसान, इति, इतिश्री, समापन।
* अंतर- भिन्नता, असमानता, भेद, फर्क।
* अंकुश- नियंत्रण, पाबंदी, रोक, अंकुसी, दबाव, गजांकुश, हाथी को नियंत्रित करने की कील, नियंत्रित करने या रोकने का तरीका।
* अंदर- भीतर, आंतरिक, अंदरूनी, अभ्यंतर।
* अंदाज- अंदाजा, अटकल, कयास, अनुमान।
* अंधा- सूरदास, आँधरा, नेत्रहीन, दृष्टिहीन।
* अंतरिक्ष- खगोल, नभमंडल, गगनमंडल, आकाशमंडल।
* अंतर्धान- गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य।
* अंबुज- कमल, पंकज, नीरज, वारिज, जलज, सरोज, पदम।
* अंबुद- मेघ, बादल, घन, घनश्याम, अंबुधर, घटा।
* अंबर- आकाश, आसमान, गगन, फलक, नभ।
* अंबु- जल, पानी, नीर, क्षीर, सलिल, वारि।
* अंशुमान- सूरज, सूर्य, रवि, दिनकर, दिवाकर, प्रभाकर, भास्कर।
* अकड़बाज- ऐंठू, गर्वीला, घमंडी, अकड़ूखाँ, अहंकारी।
* अकिंचन- गरीब, निर्धन, दीनहीन, दरिद्र।
* अंबुनिधि- समुंदर, सागर, सिंधु, जलधि, उदधि, जलेश।
* अंशु- रश्मि, किरन, किरण, मयूख, मरीचि।
* अखिलेश्वर- ईश्वर, परमात्मा, परमेश्वर, भगवान, खुदा।
* अगम- दुष्कर, कठिन, दुःसाध्य, अगम्य।
* अच्छा- बढ़िया, बेहतर, भला, चोखा, उत्तम।
* अकृतज्ञ- अहसान- फ़रामोश, बेवफा, नमकहराम।
* अक्ल- प्रज्ञा, मेधा, मति, बुद्धि, विवेक।
* अड़ंगा- बाधा, रुकावट, विघ्न, व्यवधान।
* अतीत- भूतकाल, विगत, गत, भूत।
* अजनबी- अनजान, अपरिचित, नावाकिफ।
* अजीब- अदभुत, अनोखा, विचित्र, विलक्षण।
* अटल- अविचल, अडिग, स्थिर, अचल।
* अधीन- मातहत, आश्रित, पराश्रित, परवश, परतंत्र।
* अधीर- आतुर, धैर्यहीन, व्यग्र, बेकरार, उतावला।
* अध्ययन- पठन-पाठन, पढ़ना, पढ़ाई, पठन।
* अत्याचारी- जालिम, आततायी, नृशंस, बर्बर।
* अदालत- कचहरी, न्यायालय, दंडालय।
* अनाज- अन्न, गल्ला, नाज, खाद्यान्न।
* अनाड़ी- अकुशल, अनभिज्ञ, अपटु।
* अनाथ- तीम, लावारिस, बेसहारा, अनाश्रित।
* अनपढ़- निरक्षर, अशिक्षित, अपढ़।
* अनमोल- अमूल्य, बहुमूल्य, बेशकीमती।
* अनुभवी- तजुर्बेकार, जानकार, अनुभवप्राप्त।
* अनुमति- इजाजत, सहमति, स्वीकृति, अनुमोदन।
* अनुरोध- विनय, विनती, आग्रह, प्रार्थना।
* अनिवार्य- अत्यावश्यक, अपरिहार्य, अवश्यंभावी, परमावश्यक।
* अनुज- छोटा भाई, अनुभ्राता, अवरज, कनिष्ठ।
* अपवित्र- अशुद्ध, नापाक, अस्वच्छ, दूषित।
* अफवाह- गप्प, किंवदंती, जनश्रुति, जनप्रवाद।
* अनूठा- अदभुत, अनोखा, विलक्षण, अपूर्व।
* अन्न- अनाज, गल्ला, नाज, दाना।
* अपराधी- गुनहगार, कसूरवार, मुलजिम।
* अमन- शांति, सुकून, सुख-चैन, अमन-चैन।
* अमर- चिरंजीवी, अनश्वर, अजर-अमर।
* अमीर- धनी, मालदार, रईस, दौलतमंद, धनवान।
* अभद्र- असभ्य, अविनीत, अकुलीन, अशिष्ट।
* अभिनंदन- स्वागत, सत्कार, आवभगत, अभिवादन।
* असत्य- झूठ, मिथ्या, मृषा, अवास्तविक, काल्पनिक, बनावटी, जाली, कृत्रिम, कृतक खोटा, असत।
* असभ्य- गँवार, असंस्कृत, अशिष्ट, अभद्र, अविनीत, दुःशील, कुशील, अकुलीन, हीनाचार, असौम्य, अननुग्रही, उजड्ड।
* अर्चना- आराधना, पूजा, पूजन, अर्चन।
* अलि- भौंरा, मधुकर, भ्रमर, भृंग, मिलिंद, मधुप, अलिंद।
* अंकन- अनुरेखन, प्रत्यंकन, अनुरेखण, रेखानुरेखण, अक्स बनाना, खाका बनाना, लेखन।
* अँकाई- मूल्यांकन, अंदाजा, आँकने की क्रिया।
* अँकुर- अँखुआ, आँख, कोंपल, कलिका, नोक, प्ररोह, कनखा, भराव, उपरोपिका, किसलय, नवपल्लव।
* अंगज- बेटा, लड़का, सुत, सुवन, आत्मज, तनुज, तनय, नन्दन, लाल, पुत्र, रोम, केश, बाल।
* अहि- साँप, नाग, फणी, फणधर, सर्प।
* अंक- संख्या, नंबर, आँकड़ा, निशान, चिन्ह, छाप, गोद, अंकवार, आँक, दाग, धब्बा।
* अंगद- बाजूबंद, भुजबंध, बालिपुत्र, बालिकुमार, तारेय, बालितनय।
* अँगना- कामिनी, वामा, सुंदरी, सुमुखी।
* अंग-भंग करना- अपंग करना, विकलांग करना, अंगहीन करना, हाथ-पैर काट देना, मोहित करने के निमित, स्त्री की कटाक्ष क्रिया।
* अंगजा- बेटी लड़की, सुता, आत्मजा, तनुजा, तनया, नंदिनी, दुहिता, पुत्री।
* अँगड़ाई- आलस्य दूर करने के लिए शरीर को खींचना, मोड़ना, चेतन होने के लिए उपक्रम करना।
* अंगी- मुख्य, प्रमुख, प्रभावकारी, रस प्रमुख भाव।
* अंगीकरण- स्वीकार, स्वीकारोक्ति आत्म-स्वीकृति, कबूल करना, अंगीकार, मंजूर।
* अंगार- चिनगारी, अँगारा, दहकता हुआ कोयला, धुँआरहित कोयला।
* अंगिया- वक्ष-स्थल को ढँकने के लिए स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त अंतर्वस्त्र, बॉडिस, चोली, कुरती, कंचुकी।
* अंगूर- दाख, किशमिश, द्राक्षा।
* अँगोछा- गमछा, तौलिया, उपवस्त्र।
* अंग्रेज- फिरंगी, गोरा, आंग्लदेशी।
* अंगीठी- प्रतप्त कोयलों का समूह रखने को एक पात्र, बोरसी, आतिशदान, सिगड़ी।
* अँगूठी- मुद्रा, मुँदरी, छल्ला, मुद्रिका, अंगुष्ठिका, अंगुलीमुद्रा, अंगुश्तरी।
* अंजन- सुरमा, काजल, आँजन, काजल।
* अंजुमन- संघ, सभामण्डली, सभायोजन, संगठन।
* अँटसँट- अंडबंड, अव्यवस्थित, अनावश्यक, अनुपयुक्त, ऊटपटांग।
* अंचल- आँचल, पल्ला, पल्लू, छोर, सीमा प्रदेश (सीमांत) क्षेत्र, किनारा, तट।
* अँतड़ी- आँत, अंतड़ी, अन्त्र।
* अंतःपुर- जनानखाना, रनिवास, हरमखाना, महल के भीतर स्त्रियों के रहने की जगह।
* अंड- अंडा, डिंबा, अंडकोश, फोता।
* अंतःकरण- अंतर्मन, अंतरात्मा, हृदय, मन।
* अंतर्द्वद्व- मानसिक संघर्ष, दुविधा।
* अंतर्धान- ओझल, गायब, लुप्त, अदृश्य।
* अंतर्हित- अदृश्य, छिपा हुआ, गायव, लुप्त, गुप्त, तिरोहित।
* अंतर्गत- शामिल, सम्मिलित, भीतर आया हुआ गुप्त।
* अंतर्दृष्टि- ज्ञानचक्षु, सूझ, आत्मचिन्तन।
* अंधेरी रात- तमी, तामसी, तमस्विनी, श्यामा।
* अंब- अंबा, माता, जननी।
* अंबार- ढेर, राशि।
* अंदेशा- सोच, चिन्ता, फिक्र, खटका, भय, खतरा, भास, सन्देह, आशंका, दुविधा, असमंजस, पसोपेश।
* अंधकारमय- तमोमय, तमाच्छादित तिमिरावृत्त।
* अँधेर- अँधेरखाता, धाँधली, अन्याय, बेइंसाफी, अशांति, विप्लव।
* अकड़- ऐंठ, तनाव, अभिमान, घमंड, शेखी, घृष्टता, ढिठाई।
* अकड़ जाना- कठोर हो जाना, पथरा जाना, ऐंठ जाना।
* अकथ- अनिर्वाच्य, अवाच्य, अवचनीय, अकथ्य, वर्णनातीत, अवर्णनीय।
* अंबिका- माता, माँ, पार्वती, देवी, दुर्गा, देवकन्या, अंबाष्ठालता।
* अंश- हिस्सा, भाग, अवयव, खंड टुकड़ा, अंश की भिन्न की रेखा से ऊपर संख्या।
* अकारण- बेमतलब, बेबात, बेवजह, बेसबब, नाहक, कारणरहित, निष्प्रयोजन।
* अकारथ- बेकार, व्यर्थ।
* अकाल- दुर्भिक्ष, भुखमरी, कुसमय, काल, दुष्काल, महँगी, मूल्यवृद्धि, तेजी।
* अकल्याण- अशुभ, अमंगल, अहित, अनिष्ट, खराबी, हानि।
* अकस्मात- अचानक, सहसा, तत्क्षण, संयोगवश, अकारण, अनायास, दैवयोग, यकायक, हठात, एकाएक, एकदम।
* अकेलापन- एकांतिकता, एकांतवास, एकाकीपन, विविक्ता।
* अक्खड़- अनौपचारिक, घृष्ट, नियम विरुद्ध, शिष्टाचार विहीन, गैररस्मी, बेतकल्लुफ।
* अक्षर- वर्ण, हरुफ, अविनाशी।
* अकुलाना- आकुल होना, घबराना, व्याकुल होना, अधीर होना, ऊबना, उकताना।
* अकेला- एकाकी, तनहा, एकमात्र, अद्वितीय, अनन्य, अकेले-अकेले, अकेले-दम।
* अखंडता- सततता, निरंतरता, अविच्छेदता, अविच्छिन्नता, अछिन्नता, पूर्णता।
* अखरना- बुरा लगना, अप्रिय लगना, कष्टदायी लगना, दुःखदायी लगना, खलना।
* अखाड़ा- मंडली, मठ, व्यायाम- शाला, मल्लयुद्ध करने का स्थान, तमाशा दिखाने वाले या नाच-गान करने वालों का जमावड़ा, साधुओं की मण्डली।
अकसर- प्रायः, बहुधा, अधिकतर, प्रायशः, अधिकांशतः।
* अखंड- पूरा, समूचा, पूर्ण, अविभक्त, अजस्र, निरंतर, लगातार, अक्षय, अक्षुण्ण।
* अगड़म- बगड़म-प्रकाष्ठ, निरर्थक पदार्थ, काठ-कबाड़, बेकार की चीज, अंगड़-खंगड़।
* अगणित- असंख्य, बेशुमार, अनगिनत, अनंत, अपार, अमित, अपरिमित, असीम, निस्सीम।
* अगम, अगम्य- कठिन, दुर्बोध, मुश्किल, दुश्वार, अज्ञेय, अथाह, गहरा, अपार, विकट, बहुत अधिक।
* अगर- यदि, जो, यद्यपि, अगरचे।
* अखिल- पूरा, समूचा, संपूर्ण, अखंड, अक्षय, अक्षुण्ण।
* अख्तियार- अधिकार, वश, प्रभुत्व, सामर्थ्य।
* अगला- अग्र, अग्रवर्ती, सामने का, पहले वाला, आगे आने वाला, पहला, प्रथम।
* अगस्त्य- शिव, तीर्थ, दक्षिण का एक प्रसिद्ध तीर्थ, एक ऋषि का नाम, वृक्ष।
* अगाध- अथाह, गहरा, अज्ञेय, दुर्बोध, अपार, असीम, बहुत।
* अगर-मगर (करना)- टालमटोली करना, टालना।
* अगल-बगल- आसपास, आजु-बाजू, निकट।
* अगोचर- अप्रकट, अव्यक्त, इंद्रियातीत, अप्रत्यक्ष, अप्रकाशित, अप्रकाशमान, गुप्त, ईश्वर।
* अगोरना- रखवाली करना, पहरा देना, रखाना, चौकीदार करना, यत्न से रखना, प्रतीक्षा करना, इंतजार करना, बाट देखना।
* अगुआ- अग्रणी, मुखिया, नेता, सरदार, नायक, प्रधान, मार्गदर्शक, पुरोगम, पुरोधा, विवाह सम्बन्ध ठीक करने वाला।
* अग्नि संताप- संज्वर, संताप, दाह, झुलस, जलन।
* अग्र- आगा, अग्रभाग, सिरा, नोक, श्रेष्ठ, उत्तम, प्रधान, प्रमुख, मुख्य, अगला, आगामी।
* अग्रगण्य- प्रधान, प्रमुख, मुख्य, प्रथम, पहला, प्रसिद्ध, विख्यात, मशहूर, नामवर।
* अग्निकण- स्फुल्लिंग, चिनगारी।
* अग्निकांड- अग्निदाह, प्रचंड अग्नि, दीपन, ज्वलन, प्रचंड ज्वाला, प्रज्वलन।
* अग्निज्वाला- ज्वाला, शिखा, अग्निशिखा, भस्मनी, लूक, लुकारी, लपट, लौ।
* अग्रसूचना देना- पूर्वाभास देना, पूर्वज्ञान कराना, पूर्व चिन्ह बताना, पूर्व लक्षण बताना।
* अग्राह्य-अनुचित, अनुपयुक्त, अस्वीकार्य, अमान्य।
* अघाना- तृप्त होना, पेट भरना, संतुष्ट हो जाना, छकना, पूर्ण हो जाना, जी भर जाना।
* अचंभा- चकित, सन्न, आश्चर्य, ताज्जुब, विस्मय, हैरानी।
* अग्रज- बड़ा भाई, बड़भ्राता, अगुआ, नेता, नायक।
* अग्रणी- नायक, नेता, मार्गदर्शक, अगुआ, प्रधान, प्रमुख, मुख्य।
* अचवना- मुँह धोना, कुल्ली करना, आचमन करना, अचवन करना।
* अचानक- एकाएक, एकबारगी, सहसा, अकस्मात, यक-ब-यक, अनायास, हठात्, दैवयोग से, संयोग से, संयोगवश, अप्रत्याशित रूप से, आकस्मिक रूप से, अनजाने ही।
* अचिर- तुरन्त, बिना देरी के, फौरन।
* अचल- अविचल, अटल, अडिग, निश्चल, दृढ, स्थिर, अटूट।
• अचला- धरती, पृथ्वी, मेदिनी, भूमि।
• अचेत- मूर्च्छित, बेहोश, विकल, विह्वल, असावधान, अनजान, बेखबर, नासमझ, मूर्ख, जड़।
पंक्ति 1,733:
• हिस्सेदार- भागीदार, साझीदार, पट्टीदार।
• हीन- रहित खाली, रिक्त, शून्य।
 
 
 
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