"वासना": अवतरणों में अंतर

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'''वासना''' शारीरिक इच्छाओं के द्वारा मन में उत्पन्न होने वाली एक भावना है। कामवासना इसका एक प्रकार है।वासना का अर्थ है कोई काम करने की इच्छा।है।
 
कई बार आप वासना की पूर्ति वासना के रुप में नहीं कर सकते
 
या करना नहीं चाहते तो वासना पूर्ति का कोई कारण बनाते है।
 
जब वासना शारीरिक आवश्यकता से संबंधित है तो यह विकट स्तिथि है।
 
भारत में विवाहोत्तर संबंध स्वीकार्य नहीं है।
 
शारीरिक वासना को  कुछ स्थानों पर ईश्वरीय लीला को कारण बनाते हुए पूर्ण किया जाता हैं।
 
कई बार  वासना की पूर्ति के लिये प्रेम का सहारा लिया जाता है।
 
अगर वासना प्रेम की तलाश करती है तो भी वो वासना ही रहती है।
 
परस्पर एक दूसरे से प्यार करने वाले दो व्यक्ति पुरूष है तो यह दोस्ती की पराकाष्ठा है।
 
इसमें शारीरिक संबंधों की वासना या कामना नहीं होती ।
 
अगर दो प्रेमी विपरीत लिंग वाले है, तो सामान्य तौर पर समझा जाता है दोस्ती या प्रेम की मंजिल शादी !?
 
यह  समझ में नहीं आता।
 
प्यार करने वालों में वासना होती ही नहीं।
 
प्रेम की कोई मंजिल नहीं होती ।प्रेम तो खुद एक मंजिल है।
 
जब शरीर दो है विचार एक ही तो इसे प्यार कहते है।
 
जब प्रेम अपनी चरम सीमा पर है। तो आपका अस्तित्व एक ही होता है। अगर दोनों में अस्तित्व दो यानी 'मैं' और 'वो । तो यह प्रेम की स्तिथि नहीं हो सकती।
 
प्रेम  ! शायद इस दुनियां में हो ?
 
वासना अगर वासना के रूप में ही रहे और वासना पूर्ति में किसी तरह की असहमती नहीं है ,
 
तो यह एक सीमा तक स्वीकार्य हो सकती है।
 
आगर वासना पर नियंत्रण ही सर्व स्वीकार्य हो सकता है।
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/वासना" से प्राप्त