"ओंकारेश्वर मन्दिर": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है
इसमें एक स्तुति लगाई गई है ओर उसका अर्थात भी लगाया गया है। और में इसमे से backlink ली गई है।
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 17:
इस ओंकार का भौतिक विग्रह ओंकार क्षेत्र है। इसमें 68 तीर्थ हैं। यहाँ 33 कोटि
देवता परिवार सहित निवास करते हैं तथा 2 ज्योतिस्वरूप लिंगों सहित 108 प्रभावशाली शिवलिंग हैं। मध्यप्रदेश में देश के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से 2 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं। एक उज्जैन में महाकाल के रूप में और दूसरा ओंकारेश्वर में ओम्कारेश्वर- ममलेश्वर के रूप में विराजमान हैं।
 
'''आदि शंकराचार्य स्वामी ने शिवलिंग का वर्णन कुछ इस तरह किया है'''.[https://bharatvarshgyan.blogspot.com/2020/05/omkareshwar-temple-history.html]<blockquote>''कावेरिका नार्मद्यो: पवित्र समागमे सज्जन तारणाय |''
 
''सदैव मंधातत्रपुरे वसंतम,ओमकारमीशम्  शिवयेकमीडे ||''</blockquote>'''''अथार्त''''' :- कावेरी एवं नर्मदा नदी के पवित्र संगम पर सज्जनों के तारण के लिए, सदा ही मांधाता की नगरी में विराजमान [https://bharatvarshgyan.blogspot.com/2020/05/omkareshwar-temple-history.html श्री ओंकारेश्वर महादेेेवजी] जो स्वयंभू हैं वही ज्योतिर्लिंग है.[https://bharatvarshgyan.blogspot.com/ भारतवर्षज्ञान]
 
 
== इतिहास ==